महाराष्ट्र के कुछ युवा देश की सुरक्षा में तैनात हमारे जवानों को इस बार रक्षाबंधन पर खास तोहफा देंगे. डोंबिवली के कुछ युवक जवानों के लिए 28 हजार राखियां और 750 किलो मिठाई लेकर बाइक से कारगिल जाएंगे. इस दौरान वो दुपहिया वाहन से करीब 2500 किलोमीटर की यात्रा करेंगे. बताया जा रहा है कि ये उनका 17वां साल है. हर साल वो इस तरह जवानों के लिए राखी लेकर जाते हैं.
जानकारी के मुताबिक, डोंबिवली के कुछ युवा देश के सैनिकों के प्रति अपनी भावनाओं को व्यक्त करते हुए डोंबिवली से कारगिल जाएंगे. वो देश के जवानों को बहनों द्वारा भेजी गई करीब 28 हजार राखियां और 750 किलो मिठाइयां पहुचाएंगे. इस यात्रा के दौरान वो डोंबिवली, सूरत, अहमदाबाद, जयपुर, उदयपुर, पाली, चंडीगढ़, हरियाणा, पंजाब, यमुनानगर, दिल्ली राज्यों से होकर बारामुला जाएंगे. वहां जवानों के 7 हेडक्वार्टर में राखी और मिठाई जवानों को देंगे.
17वीं बार जा रहे है जवानों को राखी देने
इस दौरान डोंबिवली के एक युवक रोहित ने बातचीत करते हुए बताया कि यह यात्रा करीब 2,500 किलोमीटर की है. वो 17वीं बार इस तरह की यात्रा करने जा रहे है. सैनिक देश के लिए अपने प्राणों की आहुति देते हैं. देश की सुरक्षा के लिए वे घर से दूर रहते हैं. इस वजह से देश के बहनों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए उन्होंने ये पहल की है. जवान बॉर्डर पर अपनी बहनों द्वारा भेजी गई राखी का बेसब्री से इंतजार करते हैं. वहीं, कुछ नागरिक विदेश से सीधे जम्मू राखी भेजेंगे.
आर्किटेक्ट, फायर फाइटर भी यात्रा में शामिल
उन्होंने बताया कि स्कूल में रहते हुए सैनिकों के लिए पोस्ट कार्ड भेजे जाते थे. मगर, मन में ये शंका रहती थी कि पोस्ट कार्ड और राखी सैनिकों तक पहुंचे या नहीं. रोहित ने बताया कि इसी वजह से उन्हें सैनिकों के लिए कुछ करने की जरूरत महसूस हुई. इस कारण उन्होंने यह यात्रा शुरू करने का फैसला किया. रोहित का साथ उसके दोस्त प्रेम देसाई ने दिया जो एक आर्किटेक्ट हैं. साथ ही ससून गावड़े भी इस अभियान में हिस्सा लेते हैं. वो पेशे से फायर फाइटर हैं.
उन्होंने बताया कि ये राखियां और मिठाइयां 28 राज्यों से उनके पास पहुंची हैं. हर राज्य में उनकी एक टीम है. पिछले 20 दिनों से राखियां इकट्ठा करने का काम शुरू हो गया है.