मुंबई महानगरपालिका में 12 हजार करोड़ रुपये के घोटाले की जांच SIT से कराने का निर्णय लिया गया है. लेकिन ये भी गजब इत्तेफाक है कि ये घोटाला उसी वक्त का है जब उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र के सीएम थे. ऐसे में घोटाले की आंच ठाकरे के परिवार तक भी आने की पूरी संभावना है.