महाराष्ट्र में किसानों की आत्महत्या की दर चिंताजनक स्तर पर पहुंच गई है. सरकारी आंकड़ों के अनुसार, पिछले 56 महीनों में औसतन हर दिन 8 किसान जान दे रहे हैं. कर्ज में डूबे किसानों की यह स्थिति राज्य सरकार के लिए बड़ी चुनौती बन गई है. विपक्ष सरकार पर हमलावर है और किसानों की कर्जमाफी की मांग कर रहा है.