Mumbai Rains: आम आदमी राष्ट्रनिर्माण के लिए फिर अपना पेट काटकर टैक्स भरता है फिर हर साल बारिश आती है जो टैक्स के बदले विकास के दावों पर पानी ही नहीं फेरती बल्कि मुंबई जैसे महानगर में उन सरकारी दावों को डुबा देती है. मुंबई समेत कई महानगरों और शहरों में हर साल कुछ घंटे की तेज बारिश के बाद अव्यवस्थाओं पर वार्षिक शर्म का वक्त आ जाता है. जनता धर्म और जाति के नाम पर छेड़े गए मुद्दों पर आहत होकर चर्चा कर लेती है लेकिन हर वर्ष आपके हमारे महानगरों-शहरों के बारिश में डूब जाने पर कोई आहत नहीं होता? जो हालत 2022 की जुलाई में है, यही हाल पिछले कई वर्षों से या कहें उससे भी पहले से मुंबई साल दर साल देखती आ रही है. सब-वे हो, अंडर पास हो, सड़क हो या रेलवे ट्रैक, स्टेशन हो या एयरपोर्ट, बारिश में डूबते जरूर हैं. मुंबई वालों ने इसकी आदत डाल ली है। लेकिन क्यों? इस वीडियो में जानें.
Mumbai has been witnessing incessant rains amid monsoon arrival. With the monsoon onset, civic issues are again back as it is a perennial issue of Maharashtra. During monsoon, waterlogging, traffic congestion, blocked drainage have become so common that Mumbaikars have become habitual of it. Mumbai comes under the list of state which pays highest tax then why this perennial issues never stops. Watch this video to know.