देश में कोरोना की एंट्री हुए एक साल बीत गया है. इस दौरान प्रशासन चाहता तो पिछले साल से बेहतर इंतजाम होते लेकिन सिस्टम की बेफिक्री से लोगों की जान पर बन आई है. नौबत यहां तक आ गई है कि अस्पताल में मरीजों की देखभाल तीमारदारों के हवाले कर दी गई है. पुणे में रोज औसतन 25 से ज्यादा कोरोना मरीज दम तोड़ रहे हैं क्योंकि यहां पर अस्पताल में बेड नहीं है और मरीज बैठकर ऑक्सीजन लेने पर मजबूर हैं. देखें ये रिपोर्ट.