सांगली की कडेगाव तहसील के देवराष्ट्रे गांव के दत्तात्रेय लोहार ने एक अनोखी कार बनाई है. लोहार के बेटे की इच्छा थी कि उनके परिवार के पास भी एक कार होनी चाहिए जिसमें पूरा परिवार एक साथ जा सके. पर बेटे की इच्छा पूरी करने के लिए उनके पास कार खरीदने के पैसे नहीं थे. पर उन्होंने ठान लिया कि वो अपने बेटे की इच्छा जरूर पूरी करेंगे. बस लोहार जुगाड़ में लग गए जैसे जैसे सामान मिलता गया, गाड़ी बनती गई. इसमें टू व्हीलर का इंजिन, जीप का बोनट और पहिए ऑटो रिक्शा के लगे हैं. बाकी सब सामान भी कबाड़ की दुकान से खरीदा हुआ है. इसे बनाने में एक साल का वक्त लगा है. इस गाड़ी की विशेषता यह है की यह गाडी स्टार्टर से नहीं बल्की किक से स्टार्ट होती है. देखें ये वीडियो.
Dattatreya Lohar of Devrastre village of Sangli has made a unique car. His son wished that his family should also have a car in which the whole family could go together. But he did not have the money to buy a car to fulfill his son's wish. But he was determined to fulfill his son's wish. So with the help of some jugaad and junks, he made a car. Watch this video.