चेन्नई के आईसीजी एयर स्टेशन पर देश में बने एडवांस्ड लाइट हेलिकॉप्टर (Advanced Light Helicopter- ALH MK-III) को कमीशन किया गया. इससे तटरक्षक क्षेत्र पूर्व, 840 स्क्वॉड्रन (CG) मजबूत होगा. कमीशनिंग महानिदेशक वीएस पठानिया ने किया. इससे तमिलनाडु और आंध्रप्रदेश के संवेदनशील समुद्री क्षेत्र में सुरक्षा के लिए भारतीय तट रक्षक की क्षमताओं में बहुत बढ़ोतरी हो जाएगी.
एएलएच एमके-III हेलीकॉप्टरों को हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) ने बनया है. यह पूरी तरह स्वदेशी है. इसमें उन्नत रडार के साथ इलेक्ट्रो ऑप्टिकल संवेदी यंत्र, शक्ति इंजन, पूरी तरह शीशे का बना कॉकपिट, तेज प्रकाश वाली सर्च लाइट, उन्नत संचार प्रणालियां, स्वचालित पहचान प्रणाली, तलाश व बचाव प्रणालियां लगी हैं. इन उपकरणों और सुविधाओं से हेलीकॉप्टर समुद्री टोही गतिविधियों के अलावा दूर तक तलाशी व बचाव कार्य कर सकता है. दिन और रात, दोनों समय उड़ान भर सकता है.
भारतीय तट रक्षक में चरणबद्ध तरीके से कुल 16 एएलएच एमके-III हेलीकॉप्टरों को शामिल किया गया है. इनमें से चार हेलीकॉप्टरों को चेन्नई में तैनात किया गया है. शामिल होने के बाद से स्कवॉड्रन ने 430 घंटों से अधिक समय की उड़ान भरी है. अनेक संचालन अभियानों को पूरा किया है.
यह हेलिकॉप्टर कितने काम का है यह आपको इस बात से पता चल जाएगा कि इसकी मांग कितनी है. भारतीय नौसेना ने 11 और भारतीय सेना ने 73 ALH MK-III का ऑर्डर दे रखा है. हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड ने 1992 में यह हेलिकॉप्टर बनाना शुरू किया था. अब तक 335 हेलिकॉप्टर बना चुका है.
लाइट कॉम्बैट हेलिकॉप्टर प्रचंड (LCH Prachand), रुद्र (HAL Rudra) और लाइट यूटिलिटी हेलिकॉप्टर (LUH) इसी हेलिकॉप्टर के प्लेटफॉर्म पर बने हैं. IAF के पास 107, थल सेना के पास 191 और नौसेना के पास 14 हेलिकॉप्टर्स हैं. 52.1 फीट लंबे इस हेलिकॉप्टर को दो पायलट उड़ाते हैं. ऊंचाई 16.4 फीट है और इसमें एक बार में 12 जवान या लोग बैठ सकते हैं.
ALH MK-III से बने रुद्र हेलिकॉप्टर में 20 मिमी की एक एम621 कैनन, 2 मिस्ट्रल रॉकेट्स, 4 FZ275 LGR मिसाइल, 4 ध्रुवास्त्र मिसाइल तैनात किए जा सकते हैं. ध्रुवास्त्र मिसाइल की टेस्टिंग इस हेलिकॉप्टर के साथ पूरी हो चुकी है. जल्द ही इस मिसाइल को तैनात किया जाएगा.
ALH MK-III की अधिकतम गति 291 KM प्रतिघंटा है. यह एक बार में 630 किलोमीटर उड़ा सकता है. अधिकतम 20 हजार फीट की ऊंचाई तक जाता है. इसके दो वैरिएंट हथियारबंद है. पहला LCH प्रचंड और दूसरा HAL Rudra. रुद्र हेलिकॉप्टर की भी काफी ज्यादा मांग है. वायुसेना के पास 16 और आर्मी के पास 75 रुद्र हेलिकॉप्टर हैं. इसकी अधिकतम गति 280 किलोमीटर प्रतिघंटा और रेंज 590 किलोमीटर है.
भारत में बने इस हेलिकॉप्टर को भारत के अलावा इजरायल, मालदीव्स, मॉरीशस, नेपाल, इक्वाडोर, तुर्की, पेरू जैसे देश भी इस्तेमाल कर रहे हैं. असल में इस हेलिकॉप्टर को HAL Dhruva नाम दिया गया है. ALH MK-III हेलिकॉप्टर सामान्य ध्रुव हेलिकॉप्टर से कुछ मामलों में अलग है. क्योंकि इसे खासतौर से तटरक्षक बल के लिए बनाया गया है. इसमें केबिन में मशीनगन -लगाई गई है. तेज रोशनी वाली सर्च लाइट लगाई गई है. इसके अलावा इसे 12.7 मिलिमीटर की हैवी मशीन गन से लोड किया गया है.