सरकार के सबसे महत्वकांक्षी प्रोजेक्ट में से एक दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ रैपिड रेल पर लगातार काम जारी है. रैपिड रेल का ट्रायल आखिर दौर में है. जून से इसके चलने की पूरी उम्मीद है. इस बीच रैपिड रेल के कोच की कुछ इनसाइड तस्वीरें सामने आई हैं.
अभी तक आपने रेपिड रेल को बाहर से ही देखा होगा लेकिन पहली बार अब पूरी तरह से तैयार रेपिड रेल को अंदर से देखिए. मेट्रो से अलग पर ट्रेन से थोड़ा मिलते-जुलते इन कोच में वो सभी आधुनिक सुविधाएं है जो यात्रियों की सहूलियत के नजरिए से बेहद जरूरी हैं.
कोच में एंट्री गेट पर सेंसर लगे हैं. जब भी यात्री गेट के करीब होगा तो ये बंद नहीं होंगे जिससे हादसा होने की आशंका न के बराबर है. इसमें बैठने के लिए भी अच्छा खासा स्पेस दिया गया है. इसके अलावा सीसीटीवी कैमरा और यात्रियों के लिए फ्री wifi की भी सुविधा भी होगी.
इस कोच में मोबाइल, लैपटॉप चार्जिंग सॉकेट भी हैं. कोच में प्रवेश और निकासी के लिए छह स्वचालित दरवाजे और बाहर का नजारा देखने के लिए बड़े शीशे की खिड़कियां भी हैं.
दिव्यांगों के लिए दरवाजों के पास व्हीलचेयर की जगह व स्ट्रेचर ले जाने की सुविधा भी है. बता दें कि पूरे कॉरिडोर की लंबाई करीब 82 km है और 2025 में पूरा होने की उम्मीद है. रैपिड रेल में 6 कोच हैं, जिसमें 1 प्रीमियम क्लास और बाकी 5 नार्मल क्लास कोच हैं. एक कोच में करीब 72 सीटें दी गई हैं. इसमें सामान रखने के लिए वन्देभारत ट्रेन की तरह रैक दिया है.
कोच में टॉक बैक की सुविधा है जिसमें ड्राइवर से किसी इमरजेंसी के समय बात की जा सकती है. इसमें एक कोच महिलाओं के लिए है, वहीं हर कोच में महिलाओं के लिए 4 सीट आरक्षित हैं. रेपिड रेल में मेरठ से दिल्ली मरीजों को लाने ले जाने की सुविधा भी दी गई है. रैपिड रेल में मरीजों के लिए स्ट्रेचर और व्हील चेयर की सुविधा होगी.