कृषि कानूनों के विरोध के चलते पंजाब के किसानों का गुस्सा बढ़ता ही जा रहा है. तरनतारन जिले के गांव में आजकल किसान गले में जंजीरें डाल कर खेतों में काम करके केन्द्र सरकार के विरुद्ध रोष प्रदर्शन कर रहे हैं. (तरनतारन से जगदीप सिंंह की रिपोर्ट)
किसानों का कहना है कि जब तक काले कानून वापस नहीं लिए जाते, तब तक वह इसी तरह गले में जंजीरें डालकर काम करते रहेंगे.
तरनतारन जिले के किसान अपने आप को जंजीरों से बांधकर खेतों में काम करके केन्द्र सरकार के विरुद्ध अपना रोष व्यक्त कर रहे हैं. इन किसानों का कहना है कि पहले वो अंग्रेजों के गुलाम थे और अंग्रेज इसी तरह लोगों को जंजीरों में जकड़ कर उनसे जबरन काम करवाते थे और यही काम देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करवाना चाहते हैं.
जब किसानों से पूछा गया कि आप जंजीरों में जकड़ कर खेतों में क्यूं काम कर रहे हैं तो उन्होंने कहा कि वह अपने देश के नौजवानों को ये बताना चाहते हैं कि इसी तरह ही अंग्रेजों के समय उनके बड़े बुजुर्गों के साथ हुआ. फिर एक लहर बनी और पंजाब के लोगों ने उस लहर का हिस्सा बनकर अंग्रेजों को देश से भगाने में कामयाबी हासिल की थी. उनका कहना है कि उनके बाद अगर आप पर कभी भी मुसीबत आए तो उसका इसी तरह डटकर विरोध करो.