गणेश चतुर्थी के साथ ही देशभर में गणपति उत्सव की धूमधाम से शुरुआत हो गई है. पंडाल से लेकर लोगों के घरों तक ‘बप्पा’ विराजमान हो चुके हैं. कहीं पर नारियल से बने विघ्नहर्ता की मूर्ति को पंडाल में सजाया गया है, तो कहीं कपड़े से बने एकदंती की मूर्ति विराजी गई है. पंडालों में अयोध्या के राम मंदिर से लेकर मुरुगन तक के वेल की झलक देखने को मिल रही है.
मुंबई के लालबाग इलाके में गणेश गली में ‘लालबागचा राजा’ विराजमान हो चुके हैं. इस बार उनकी छवि देखने लायक है. इस बार लालबागचा राजा के मनसद के नीचे दुनिया का ग्लोब लगाया गया है.
चेन्नई में प्लास्टिक बैन का संदेश देने के लिए छात्रों ने कपड़े के गणपति बनाए. वहीं गणेश के मास्क पहनकर प्लास्टिक यूज का विरोध भी किया. सरकार ने हाल में सिंगल यूज प्लास्टिक को बैन कर दिया था, छात्रों ने इसका समर्थन किया.
नवी मुंबई में गणेश की एक प्रतिमा को राम का रूप दिया गया है. यहां बैक ड्रॉप में अयोध्या के राम मंदिर की आकृति बनाई गई है. वहीं गणेश को धनुष-बाण लिए दिखाया गया है.
सबके गणपति, दिल्ली में एक महिला गणपति को सिर पर सवारी कराकर अपने घर ले जा रही है. गणपति उत्सव को देश में हर तबका धूमधाम से मनाता है.
राजस्थान के कोटा में कलाकार निमिष गौतम ने गणेश की छोटी-छोटी मूर्तिंया बनाई हैं. मन को मोहने वाली ये मूर्तिंया इतनी आकर्षक हैं कि बच्चों को तो पहली नजर में भा जाएं.
चेन्नई में एक जगह पर गणेश को मुरुगन का अवतार दिया गया है. इस पूरी मूर्ति को मुरुगन के प्रतीक ‘वेल’ से बनाया गया है. ये मूर्ति प्लास्टिक फ्री है, क्योंकि इसे साटिन के कपड़े और लकड़ियों से बनाया गया है.
गुजरात के अहमदाबाद में उस समय बड़ा मनोरम दृश्य देखने को मिला, जब एक पंडाल में गणपति की प्रतिमा के पास स्वयं गजानन आशीर्वाद लेने आ पहुंचे.
चेन्नई में ही एक पंडाल में नारियल से बने गणेश की प्रतिमा को स्थापित किया गया है. इस विशालकाय प्रतिमा को कलासम नारियल से बनाया गया है. (All Photos : PTI)