देश में अभी तक अपना बमवर्षक (Bomber) नहीं है. यानी वो विमान जो लंबी दूरी की यात्रा करके दुश्मन के इलाके में बड़े बम गिराकर वापस चला आए. अब इनका उपयोग हाइपरसोनिक, क्रूज और सुपरसोनिक परमाणु मिसाइलों की लॉन्चिंग के लिए भी किया जा सकता है. ऐसा माना जा रहा है कि भारत में रूस से बमवर्षक मंगाया जाए. क्योंकि रूस के साथ हुई S-400 एयर डिफेंस डील की सफलता के बाद यह डील भी हो सकती है. (फोटोः गेटी)
हाल ही में हुए चाणक्या फाउंडेशन द्वारा आयोजित कार्यक्रम चाणक्य डायलॉग्स में इस बात की ओर पूर्व एयर चीफ मार्शल अरूप राहा ने इशारा किया था. उन्होंने भरत कर्नाड नाम के डिफेंस एनालिस्ट के सवाल के जवाब में यह बात इशारों में कही थी. जिसे बाद में कुछ और डिफेंस एनालिस्ट्स ने ट्वीट भी किया. अब हम आपको बताते हैं कि तुपोलेव टीयू-160 ब्लैक जैक बमवर्षक (Tupolev Tu-160 Black Jack Bomber) की खासियत क्या है. (फोटोः एएफपी)
India may go for Tu 160 Black Jack bomber from Russia. Tu 160 is more of a stand-off Weapon Platform. India will develop a Hypersonic Glide Vehicle for nuclear delivery from Tu 160.
— Varun Karthikeyan (@Varun55484761) August 7, 2022
Source : Bharat Karnad pic.twitter.com/7Igyawwwla
टीयू 160 बमवर्षक को व्हाइट स्वान (White Swan) भी कहा जाता है. इसका NATO में रिपोर्टिंग नाम ब्लैक जैक (Black Jack) है. यह एक सुपरसोनिक वैरिएबल स्वीप विंग हैवी स्ट्रैटेजिक बॉम्बर है. जिसका डिजाइन 1970 में सोवियत संघ के तुपोलेव डिजाइन ब्यूरो ने बनाया था. इसकी पहली उड़ान दिसंबर 1981 में हुई थी. 1987 से ये लगातार रूसी एयरोस्पेस फोर्स में तैनात है. (फोटोः एएफपी)
टीयू 160 ब्लैक जैक बमवर्षक के 9 टेस्ट प्लेन बनाए गए थे. उसके बाद इसके 27 और यूनिट्स तैयार किए गए. साल 2016 से लेकर अब तक रूसी एयरफोर्स के लॉन्ग रेंज एविएशन ब्रांच में 16 विमान मौजूद हैं. रूस का प्लान है कि वो अपनी सेना में 50 नए टीयू 160M बॉम्बर्स को शामिल करेगा. (फोटोः गेटी)
टीयू-160 ब्लैक जैक बमवर्षक (Tu-160 Black Jack Bomber) को चार लोग मिलकर उड़ाते हैं. इसमें एक पायलट, एक को-पायलट, एक बमबॉर्डियर और चौथा डिफेंसिव सिस्टम ऑफिसर. यह विमान 177.6 फीट लंबा है. इसका विंगस्पैन 182.9 फीट हैं. ऊंचाई 43 फीट है. खाली प्लेन का वजन 1.10 लाख किलोग्राम है. जबकि टेकऑफ के समय अधिकतम वजन 2.75 लाख किलोग्राम तक पहुंच जाता है. (फोटोः एएफपी)
टीयू-160 ब्लैक जैक बमवर्षक 40,026 फीट की ऊंचाई पर अधिकतम 2220 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से उड़ सकता है. लेकिन आमतौर पर इसे 960 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से उड़ाया जाता है. यह एक बार में 12,300 किलोमीटर तक की ऊड़ान भर सकता है. (फोटोः एएफपी)
युद्ध के समय इसकी कॉम्बैट रेंज 2000 किलोमीटर होती है. जिसे सबसोनिक गति में बढ़ाकर 7300 किलोमीटर किया जा सकता है. यह अधिकतम 52 हजार फीट की ऊंचाई तक उड़ सकता है. इसके आसमान में ऊपर चढ़ने की गति 14 हजार फीट प्रति मिनट है. यानी एक मिनट में सवा चार किलोमीटर की ऊंचाई. (फोटोः एएफपी)
टीयू-160 ब्लैक जैक बमवर्षक (Tu-160 Black Jack Bomber) में कितने प्रकार के बम लोड किए जा सकते हैं. इसका जिक्र कहीं नहीं है. लेकिन बताया जाता है कि यह 45 हजार किलोग्राम वजन के बम अपने पेट में लेकर उड़ सकता है. इसके अलावा इसके अंदर दो रोटरी लॉन्चर्स हैं. हर लॉन्चर 6 raduga kh55sm/101/101/555 क्रूज मिसाइल या फिर 12 AS-16 किकबैक शॉर्ट रेंज परमाणु मिसाइल स्टोर कर सकता है. (फोटोः एएफपी)
अब मुद्दा ये है कि अगर ये भारतीय वायुसेना में शामिल होता है तो देश के किसी भी कोने में कुछ ही मिनटों में पहुंच जाएगा. साथ ही अगर इसमें परमाणु हथियारों से लैस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल या हाइपरसोनिक ग्लाइड व्हीकल लगाया जाता है तो इससे दुश्मन की हालत पस्त हो जाएगी. क्योंकि इससे मिसाइलों की रेंज बढ़ जाएगी. (फोटोः गेटी)