कोरोना काल में कई लोगों ने, कई शहरों ने, कई संस्थानों ने एक निर्णायक भूमिका निभाई थी. उस सार्थक प्रयास की वजह से इस महामारी के दौर में भी किसी ने उम्मीद नहीं खोई. अब उन सभी असल हीरोज़ को सम्मान देने के लिए इंडिया टुडे ग्रुप ने आयोजित किया Healthgiri Awards.
इसी कड़ी में हरियाणा के फरीदाबाद जिले को हेल्थगीरी अवॉर्ड दिया गया है. कोरोना को काबू में रखने में फरीदाबाद काफी हद तक सफल रहा है.
कोरोना की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की भारी कमी देखने को मिली थी. उस मुश्किल समय में नई दिल्ली की सेवलाइफ फाउंडेशन ने बेहतरीन काम किया था. कम समय में कई जगहों पर सफलतापूर्वक ऑक्सीजन की आपूर्ति की गई थी. इसलिए उन्हें हेल्थगीरी अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है.
कोरोना काल में कई ऐसे अस्पतालों ने अपनी सेवा दी जिन्होंने निजी स्वार्थ के ऊपर लोगों की सेवा को रखा. जिन्होंने अपना मुनाफा छोड़ सिर्फ चैरिटी करने पर ध्यान दिया. ऐसे ही दो अस्पताल- टोपीवाला नेशनल मेडिकल कॉलेज और B.Y.L चैरिटेबल हॉस्पिटल, मुंबई को हेल्थगीरी अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है.
कोरोना के मुश्किल समय में बॉलीवुड के कई सेलेब्स ने भी दिल खोल कर दान किया. उनकी तरफ से हर जरूरतमंद की मदद की गई. हेल्थगीरी की तरफ से बॉलीवुड एक्टर अक्षय कुमार और ट्विंकल खन्ना को उस मदद के लिए अवॉर्ड दिया गया है.
महामारी के दौर में कई एंबुलेंस सेवाएं सक्रिय हो गई थीं. मुंबई की 'हेल्प नाउ' सर्विस के जरिए तो कई जरूरतमंद तक समय रहते एंबुलेंस पहुंचाई गई थी. ऐसे में हेल्थगीरी की तरफ से उन्हें बेस्ट एंबुलेंस सर्विस का अवॉर्ड दिया गया है.
कोरोना को कई राज्यों ने काफी प्रभावी अंदाज में कंट्रोल कर लिया था. दक्षिण भारत के राज्य कर्नाटक ने भी इस दिशा में बेहतरीन काम किया. दूसरी लहर के दौरान मामले जरूर ज्यादा आए, लेकिन स्थिति को संभाल लिया गया. हेल्थगीरी की तरफ से कर्नाटक को कोरोना कंट्रोल करने के लिए अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है.
कोरोना महामारी के दौर में कई बड़े कॉरपोरेट ने भी आगे आकर मदद की. किसी ने आर्थिक सहायता दी तो किसी ने दूसरी तरह से मदद की. ऐसा ही बेहतरीन काम बेंगलुरु की विप्रो कंपनी ने किया जिसे हेल्थगीरी की तरफ से सम्मानित किया गया है.
कोरोना जैसे मुश्किल समय में कई NGO ने भी आगे आकर मदद की थी. ऐसा ही एक NGO रहा इंडो ग्लोबल सोशल सर्विस सोसायटी, नई दिल्ली जिसने कोरोना काल में लगातार लोगों तक अपनी सेवाएं पहुंचाईं. हर तरह की मदद की गई. उन्हें हेल्थगीरी की तरफ से बेस्ट NGO का अवॉर्ड दिया गया.
कोरोना काल में कई ऐसे आविष्कार किए गए जिन्होंने ना सिर्फ जिंदगी को आसान बनाया बल्कि कई मायनों में लोगों की कोरोना से लड़ने वाली शक्ति को भी बढ़ाया. ऐसे ही कुछ कमाल के इनोवेशन किए थे DRDO ने जिन्हें अब हेल्थगीरी ने सम्मानित किया है.
देश के कई ऐसे सरकारी अस्पताल भी रहे जिन्होंने कोरोना काल में बेहतरीन काम किया. चुनौतियां उनके सामने भी थीं, बेड की कमी थी, ऑक्सीजन को लेकर भी मुसीबत थी, लेकिन फिर भी कई लोगों को समय रहते जरूरी सेवाएं दी गईं. इसी कड़ी में दिल्ली के लोक नायक अस्पताल को हेल्थगीरी द्वारा सम्मानित किया गया है.
कोरोना काल में कई निजी अस्पतालों का योगदान भी शानदार रहा. भुवनेश्वर के कलिंगा इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज ने इस कड़ी में तारीफ योग्य काम किया था. अब उनके सार्थक प्रयास को हेल्थगिरी ने सम्मानित किया है.
कोरोना का बच्चों पर भी गहरा असर पड़ा है. लेकिन कुछ संस्थाएं ऐसी रहीं जिन्होंने उन बच्चों की जरूरत का भी पूरा ध्यान रखा. ऐसी ही संस्था रही वर्ल्ड विजन इंडिया, चेन्नई जिसको अब हेल्थगीरी ने सम्मानित किया है. उन्हें बेस्ट चाइल्ड केयर एंड सपोर्ट के लिए अवॉर्ड मिला है.
कोरोना को हराने में वैक्सीन एक सक्रिय भूमिका निभा रही है.लेकिन रिकॉर्ड समय में उस वैक्सीन को तैयार करना भी अपने आप में काफी मायने रखता है. ऐसे में हेल्थगिरी ने भारत बायोटेक को सम्मानित किया है जिन्होंने देश को कोवैक्सीन समर्पित की.
वैसे बात जब कोरोना कंट्रोल की आती है तो देश के सबसे बड़े राज्य यूपी ने भी काबिले तारीफ काम किया है. वहां भी गाजियाबाद जिला रेस में काफी आगे दिखा. अब कोरोना कंट्रोल करने के लिए हेल्थगीरी ने गाजियाबाद को अवॉर्ड दिया है.
कोरोना की लड़ाई में ऐसे लोगों का भी योगदान रहा जिनके चर्चे तो ज्यादा नहीं हुए, लेकिन उनका काम सराहनीय रहा. ऐसा ही एक नाम थे डॉक्टर गुरुप्रसाद मोहपात्रा जो DPIIT के सचिव थे. उनका कोरोना के चलते निधन हो गया. अब हेल्थगीरी ने उनके योगदान को सम्मानित किया है.
कोरोना काल ने लोगों को ऐसी तस्वीरें दिखाईं जहां पर शमशान घाट पर लंबी लाइनें देखी गईं. अब उस मुश्किल समय में शहीद भगत सिंह सेवा दल, नई दिल्ली ने सक्रिय भूमिका निभाई. अंतिम संस्कार के दौरान उनका योगदान अभूतपूर्व रहा. उन्हें हेल्थगिरी ने सम्मानित किया है.
कोरोना संकट के दौरान ऑक्सीजन की कमी ने कई लोगों की जान ली थी. लेकिन उस मुश्किल दौर में कई संगठनों ने अपने दम पर भी लोगों तक ऑक्सीजन पहुंचाई थी. ऐसा ही एक संगठन था दिल्ली सिख गुरुद्वारा मैनेजमेंट कमेटी जिन्होंने दूसरी लहर के दौरान लगातार लोगों की सेवा की. अब हेल्थगीरी ने उन्हें सम्मान दिया है.
वैक्सीन बनाने के मामले में भारत बायोटेक के अलावा सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया का भी बड़ा योगदान रहा. उनकी कोविड वैक्सीन कोविशील्ड ने देश के कई लोगों को इस महामारी से बचने के लिए सुरक्षा कवच दिया. अब हेल्थगीरी ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया को सम्मानित किया है.
कोरोना ने सिर्फ लोगों की जान नहीं ली, बल्कि मानसिक तौर पर भी काफी कमजोर बनाया. इस मुश्किल दौर में कई लोगों को काउंसलिंग की जरूरत पड़ी. अब उस जरूरत को पूरा किया The Cyrus And Priya Vandrevala Foundation, Mumbai ने जिनकी तरफ से कई जरूरतमंद लोगों का मार्गदर्शन किया गया. अब हेल्थगिरी ने उनका सम्मान किया है.
वैक्सीन बनाने के बाद उसकी डिलीवरी भी तेज गति से हो, ये काफी जरूरी था. अब निजी अस्पतालों में मुंबई के SIR H.N हॉस्पिटल ट्रस्ट ने ये काम बखूबी किया. उनके उसी योगदान के लिए हेल्थगीरी ने उन्हें सम्मानित किया.
वैक्सीन डिलीवरी कार्यक्रम के मामले में एक और निजी अस्पताल ने शानदार काम किया. बेंगलुरू के नारायण हेल्थ ने एक सक्रिय भूमिका निभा बड़ी सेवा की. अब हेल्थगीरी ने उनके काम को सम्मान दिया है.
टीकाकरण के मामले में केरल ने शानदार काम किया है. मामले वहां पर जरूर ज्यादा आ रहे हैं, लेकिन टीकाकरण भी फुल स्पीड से जारी है. उनके उस बेहतरीन टीकाकरण अभियान के लिए हेल्थगीरी ने उन्हें सम्मानित किया है.