Indian Railways Codes: भारतीय रेलवे की मदद से रोजाना लाखों की संख्या में लोग यात्रा करते हैं. जब कोरोनाकाल के शुरुआती दिनों में रेलवे की सुविधाएं बंद थीं, तब काफी दिक्कतें आई थीं. रेलवे से जुड़ीं कई जानकारियों को जानने की इच्छा लोगों की काफी होती है. लोग रेलवे से जुड़े सिंबल्स जानना चाहते हैं तो कोई अन्य बातों के बारे में. कई बार ट्रेन ड्राइवरों द्वारा बजाई जाने वाली सीटियों के बारे में भी बात होती है. दरअसल, ड्राइवर आमतौर पर कई तरह की सीटी बजाते हैं, जिनका अलग-अलग मतलब होता है. छोटी सीटी, लंबी सीटी, दो छोटी-छोटी सीटियों के मायने अलग होते हैं. यहां हम इन्हीं का मतलब आपको बता रहे हैं कि आखिर कब ड्राइवर किस तरह की सीटियां बजाता है.
कब बजाई जाती है एक छोटी सीटी: कई बार आपने देखा होगा कि ट्रेन का ड्राइवर एक छोटी सीटी को बजाता है, जिसका मतलब होता है कि उसे दूसरे इंजन की जरूरत नहीं है.
एक छोटी और एक लंबी सीटी का मतलब: ट्रेन ड्राइवर यदि एक छोटी और एक लंबी सीटी बजा रहा है तो फिर इसका मतलब होता है कि उसे ट्रेन के पीछे लगे इंजन से मदद की जरूरत है.
दो छोटी सीटी कब बजाई जाती है: आपने कई बार रेलवे में सुना होगा कि ड्राइवर ने दो छोटी-छोटी सीटियां बजाईं, लेकिन आप इसके पीछे की वजह नहीं जान पाते हैं. इसके पीछे की वजह यह है कि ट्रेन का ड्राइवर तब दो सीटियां बजाता है, जब वह गार्ड से ट्रेन को खोलने के लिए सिग्नल की मांग कर रहा है.