IMD rainfall alert, Weather Update Today, 12 July Mausam: गुजरात और महाराष्ट्र के विभिन्न जिलों में जारी आफत की बारिश की वजह से कई लोगों की जान चली गई. गुजरात में भारी बारिश के चलते अब तक 69 लोगों की मौत हुई है, जबकि महाराष्ट्र में मॉनसून सीजन में बारिश और बाढ़ से संबंधित विभिन्न घटनाओं में 83 लोगों की जान चली गई. दोनों राज्यों में मानों जिंदगी ठप सी हो गई है.
गुजरात के मध्य और दक्षिणी जिलों में भारी बारिश हुई है. इसकी वजह से बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं. अब तक 9 हजार से ज्यादा लोगों को सुरक्षित दूसरे स्थानों पर ले जाया गया है, जबकि 468 लोगों को रेस्क्यू किया गया. अहमदाबाद समेत कई बड़े शहरों में भी भारी बारिश से जलजमाव हो गया है. पॉश इलाकों में पानी भरने से लोगों के जनजीवन पर असर पड़ा है.
राजकोट के सिविल अस्पताल में भी बारिश का पानी भर गया. इससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. मरीज को भी पानी के बीच से अस्पताल लाया जा रहा है.
दक्षिणी गुजरात के डांग, नवसारी, तापी और वलसाड जिले भारी बारिश से प्रभावित हैं, जबकि सेंट्रल गुजरात के पंचमहल, छोटा उदयपुर और खेड़ा जिलों में भारी बारिश हुई है. मौसम विभाग ने डांग, नवसारी, वलसाड, तापी और सूरत को अगले पांच दिनों के लिए अलर्ट पर रखते हुए भारी से भारी बारिश के आसार जताए हैं. सौराष्ट्र के कच्छ, द्वारका, जामनगर, मोरबी और राजकोट हाई अलर्ट पर हैं.
इस बीच, गुजरात में बाढ़ जैसे हालात के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुजरात के मुख्यमंत्री से बात की है और केंद्र सरकार से मदद मुहैया करवाने का पूरा भरोसा दिया है. पिछले 24 घंटों में गुजरात में बारिश से संबंधित घटनाओं में छह और लोगों की जान चली गई, जिसके बाद गुजरात में एक जून से अब तक मरने वालों की संख्या बढ़कर 69 हो गई.
उधर, महाराष्ट्र के पालघर, नासिक, पुणे समेत कई जिलों में 11 तारीख से 14 तारीख तक रेड अलर्ट जारी किया गया है. रायगढ़ जिले में 12 और 13 तारीख को रेड अलर्ट है, जबकि रत्नागिरी और कोल्हापुर में 12 तारीख को रेड अलर्ट है. गडचिरोली जिले में 12 तारीख को रेड अलर्ट जारी किया गया है. इसके अलावा, मुंबई में आने वाले तीन दिनों तक ऑरेंज अलर्ट जारी है.
महाराष्ट्र की कई नदियों का जलस्तर बढ़ गया है. नासिक में गोदावरी नदी का पानी बढ़ने से आसपास स्थित मंदिर तक डूब गए. गंगापुर डैम और मॉनसूनी बारिश की वजह से नासिक में नदी का जलस्तर बढ़ गया.