लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा का त्यौहार नजदीक है. छठ पूजा के त्यौहार में शामिल होने के लिए दिल्ली, मुंबई और गुजरात जैसे शहरों में रहकर रोजी-रोटी कमाने वाले लोग भारी तादाद में यूपी-बिहार में अपने घरों की तरफ जा रहे हैं. छठ पूजा के चलते ट्रेनों में जबरदस्त भीड़ हो रही है. आलम यह है कि कोई टॉयलेट में बैठकर यात्रा कर रहा है तो किसी ने गैलरी के ऊपर वाली जालियों में कपड़ा बांधकर झूला बना लिया है और उसी में बैठकर सफर कर रहा है.
ट्रेन के डिब्बों में तिल रखने की जगह नहीं है और लोग अपनी जगह से हिल तक नहीं पा रहे हैं. ऐसे में लोगों का टॉयलेट तक पहुंचना भी मुश्किल साबित हो रहा है. वहीं, टॉयलेट में भी यात्रियों का डेरा है. ऐसे में लोग डर की वजह से खाना-पीना तक नहीं कर रहे हैं ताकि उनको टॉयलेट न जाना पड़े.
ये तस्वीरें पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन की प्लेटफार्म नंबर-2 पर पहुंची सूरत भागलपुर एक्सप्रेस ट्रेन की है. ट्रेनों में इतनी जबरदस्त भीड़ हो रही है कि लोगों को पैर रखने की जगह नहीं मिल पा रही है. ऐसे में लोग अपना जुगाड़ भी बना ले रहे हैं और अपना सफर तय कर रहे हैं.
सूरत भागलपुर एक्सप्रेस के स्लीपर कोच में गैलरी के पास कपड़े का झूला बनाकर ट्रेन में सवार इस युवक का नाम कारगिल कुमार है. कारगिल कुमार सूरत में रोजी-रोटी कमाते हैं और छठ पूजा में शामिल होने के लिए इस ट्रेन में सवार होकर भागलपुर जा रहे हैं. जब इनको ट्रेन में जगह नहीं मिली तो इन्होंने जुगाड़ लगाया और गैलरी के बीच कपड़े को बांधकर झूला बना दिया और उसी में बैठकर अपना सफर शुरू कर दिया.
दूसरी तस्वीर नई दिल्ली से चलकर इस्लामपुर जाने वाली मगध एक्सप्रेस की है. इस ट्रेन का हाल भी बिहार झारखंड की तरफ जाने वाली अन्य ट्रेनों की तरह ही है. जनरल डिब्बे की तो बात ही छोड़ दीजिए. स्लीपर क्लास के डिब्बों में भी तिल रखने की जगह नहीं है. एक एक सीट पर 8-8 10-10 लोग बैठे हुए हैं. यही नहीं गैलरी, डिब्बों की जॉइंट, टॉयलेट और दरवाजे के पास भी लोग इस तरह भरे पड़े हैं कि सांस लेना भी मुश्किल हो रहा है.
मगध एक्सप्रेस से नई दिल्ली से पटना जा रहे विनोद सिंह और जितेंद्र कुमार हों या फिर सूरत भागलपुर एक्सप्रेस से यात्रा कर रहे मनीष कुमार हों. इन सभी लोगों का हाल बेहाल दिखाई दे रहा है और इन लोगों ने बताया कि डर के मारे वह लोग खाना पीना तक नहीं कर रहे हैं क्योंकि अगर उन्हें बाथरूम जाने की जरूरत पड़ी तो वह पहुंच ही नहीं पाएंगे.
विनोद सिंह (यात्री मगध एक्सप्रेस) ने बताया- "हम लोग नई दिल्ली से आ रहे हैं, पटना जाना है. हम लोग रिजर्वेशन करा कर जा रहे हैं लेकिन हम लोगों को बाथरूम जाने के लिए भी सोचना पड़ रहा है, बाथरूम में लोग भरे पड़े हैं. हम लोग डर से खाना नहीं खा पा रहे हैं. आप खुद ही देखिए यहां पर पैर रखने की जगह नहीं है, कैसे हम लोग बैठे हुए हैं. छठ पूजा में हम लोग पटना जा रहे हैं. रेलवे द्वारा कोई व्यवस्था नहीं की गई है."
जितेंद्र कुमार (यात्री मगध एक्सप्रेस) का कहना है- "हम मगध एक्सप्रेस से दिल्ली से पटना जा रहे हैं. ट्रेन का बहुत बुरा हाल है आदमी पर आदमी चढ़कर जा रहा है. स्लीपर क्लास जनरल के बराबर हो गया है. बाथरूम लैट्रिन करने में भी काफी मुश्किल हो रहा है. सफर का क्या कहें अभी कल से हम लोग खाना पीना नहीं खा पाए. खाना वैसे ही बैग में पड़ा हुआ है. अब घर जाकर ही खाना खाएंगे बहुत दिक्कत हो रही है. स्पेशल ट्रेन अभी चलाई गई है लेकिन उसमें भी जबरदस्त भीड़ है. हम लोगों का टिकट था लेकिन फिर भी हम लोग जनरल डिब्बे की तरह बैठकर आ रहे हैं."
मनीष कुमार (यात्री सूरत भागलपुर एक्सप्रेस) ने बताया- "यहां पर हालत बहुत खराब है. बाथरूम इतना जाम रहता है कि बताने लायक नहीं है. हम लोग खाना कम खा रहे हैं. बाथरूम के पास इतना जाम लगा है कि कैसे जाएंगे इसलिए खाना कम खा रहे हैं."