दुनिया में सबसे तेज दौड़ने वाले तीन अफ्रीकी चीतों को मैसूरु चिड़ियाघर में रखा गया है. दुनियाभर में कोविड 19 फैलने के बाद यह पहली अंतरराष्ट्रीय वन्यजीव एक्सचेंज किया गया है.
चिड़ियाघर में फिलहाल इन चीतों को बाड़े में क्वारनटीन में रखा गया है. करीब एक माह के बाद इन्हें दूसरे जानवरों की तरह आम लोगों के देखने के लिए खुले में छोड़ दिया जाएगा. अफ्रीकी चीतों को भी लुप्तप्राय प्रजाति में रखा गया है और ये भी खतरे में हैं.
भारत में मैसूरु सिर्फ दूसरा ऐसा चिड़ियाघर है, जहां चीतों को रखा गया है. अफ्रीकी चीता एक बेहद खतरनाक शिकारी माना जाता है और दुनिया के लुप्तप्राय प्रजातियों में शामिल है
बता दें, इस चीते के वास से यह देखा जाएगा कि क्या यह भारत की जलवायु में खुद को ढाल सकता है. भारतीय चीते की प्रजाति के विलुप्त होने का जिक्र करते हुए राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण ने न्यायालय ने नामीबिया से अफ्रीकी चीता लाकर भारत में बसाने की अनुमति मांगी थी.