Features of Vande Bharat 2.0 Train: भारत की पहली स्वदेशी सेमी हाई स्पीड ट्रेन वंदे भारत अब गुजरात की पटरियों पर भी दौड़ती नजर आएगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज, 30 सितंबर को नई खूबियों से लैस नेक्स्ट जनरेशन वाली वंदे भारत को हरी झंडी दिखा दी है. यह ट्रेन अहमदाबाद से मुंबई तक जाएगी.
Gujarat | PM Narendra Modi travels onboard Vande Bharat Express train from Gandhinagar to Ahmedabad
— ANI (@ANI) September 30, 2022
People from different walks of life, including those from the Railways family, women entrepreneurs and youngsters are his co-passengers on this journey, says PMO. pic.twitter.com/9Ccf2oYQBy
वंदे भारत ट्रेन अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है. इनमें जीपीएस आधारित सूचना सिस्टम, सीसीटीवी कैमरे, वैक्यूम आधारित बायो टॉयलेट, ऑटोमैटिक स्लाइडिंग डोर समेत तमाम सुविधाएं हैं.
नई खूबियों से लैस नेक्स्ट जनरेशन वाली वंदे भारत 2.0 ट्रेन में कवच (ट्रेन कोलिजन अवॉइडेंस सिस्टम) की सुविधा है. इसके तहत हर कोच में चार इमरजेंसी विंडो जोड़े जाने से अधिक सुरक्षा मिलेगी.
Vande Bharat 2.0 ट्रेन में एक्जीक्यूटिव चेयर कार, स्लाइडिंग डोर, ऑटोमेटिक एंट्री-एग्जिट डोर, सीसीटीवी कैमरा, अटेंडेट कॉल बटन और ऑन बोर्ड हॉट स्पॉट वाई-फाई भी है.
न्यू जेनेरेशन की इस वंदे भारत की खूब चर्चा हो रही है. इस वंदे भारत ट्रेन ने हाल ही में ट्रायल रन के दौरान महज 52 सेकेंड में शून्य से 100 की रफ्तार पकड़ी थी. स्पीड में वंदे भारत 2.0 ने बुलेट ट्रेन का रिकॉर्ड तोड़ दिया था.
गुजरात के लोगों को बुलेट ट्रेन से तेज गति वाली ट्रेन मिल रही है, जो महज पांच घंटे में अहमदाबाद से मुंबई तक का सफर कराएगी. इसमें पुश बटन स्टॉप की सुविधा भी दी गई है. मुसीबत के समय ट्रेन को एक बटन दबाकर आसानी से रोका जा सकता है.
बता दें कि पहली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को 15 फरवरी, 2019 को नई दिल्ली-कानपुर-इलाहाबाद-वाराणसी मार्ग पर हरी झंडी दिखाई गई थी. सरकार ने 'मेक इन इंडिया' अभियान को मजबूत करने की दिशा में महत्वपूर्ण प्रयास किए हैं. देश में वंदे भारत एक्सप्रेस की सफलता भी उन्हीं में से एक है.
वंदे भारत 2.0 में कई सारे नए फीचर्स जोड़े गए हैं. यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, वंदे भारत में तमाम तरह की सुविधाएं हैं. इस ट्रेन के हर कोच में बैक्टीरिया फ्री एयर कंडीशनिंग रहेगी. आपातकालीन स्थिति के लिए हर कोच में चार लाइट लगी हैं. वहीं, लोकोपायलट और यात्रियों के बीच कम्यूनिकेशन के लिए भी सुविधा है.