
दिल्ली की सीमाओं पर जारी किसान आंदोलन के आज 100 दिन पूरे हो गए हैं. मौसम भी बदल चुका है. कड़कड़ाती ठंड के बाद अब चिलचिलाती गर्मी का मौसम दस्तक देने लगा है. लेकिन कृषि कानूनों के विरोध को लेकर जारी हुआ यह आंदोलन फिलहाल खत्म होता नजर नहीं आ रहा है. किसानों का दावा है कि अब वे अपने आंदोलन को और तेज करेंगे. किसानों का कहना है कि जब तक सरकार तीनों कृषि कानून रद्द नहीं करेगी उनका आंदोलन जारी रहेगा.
इस बीच मौसम के बदलते मिजाज को देखते हुए किसानों ने भी अपना रहन-सहन बदलना शुरू कर दिया है. सबसे बड़े बदलाव उनके रहने वाली जगहों में देखने को मिल रहा है. जहां पहले ट्रालियां पैक नजर आ रही थीं अब उनमें पंखे और कूलर लगाए जा रहे हैं. यही नहीं गर्मी में पानी की कोई कमी न हो इसलिए कुछ जगहों पर पानी की बोरिंग भी करवाई जा रही है. इसके अलावा मच्छरों से बचने के लिए ट्रालियों में जाली (मच्छरदानी) भी लगवाई जा रही है.
ट्राली के अंदर बनाया आलीशान कमरा
सोनीपत के सिंघु बॉर्डर पर पंजाब से आए किसानों ने ट्राली के अंदर आलीशान कमरा बनवाया है. ट्राली के अंदर बनाया गया ये कमरा आकर्षण का केंद्र बन चुका है. बताया जा रहा है कि डेढ़ लाख रुपये खर्च कर के यह कमरा बनवाया गया है. कमरे में हर वो सुविधा है जो आपको किसी होटल के कमरे में ठहरने पर मिलती है. कमरे के अंदर पंखे, शोफे, एलईडी स्क्रीन, इनवर्टर इत्यादि की व्यवस्था भी की गई है. पंजाब के किसानों का कहना है कि उन्होंने गर्मी का मौसम देखते हुए यह व्यवस्था की है.
जानकारी के मुताबिक इस ट्राली को यही सिंघु बॉर्डर पर ही तैयार किया गया है. इस ट्राली में सभी व्यवस्थाएं हैं ताकि गर्मी ना लगे. एक साथ 15 किसान इसमें रुक सकते हैं. ट्राली में गद्दे, स्पीकर, एलईडी स्क्रीन और पंखे लगवाए गए हैं. इनवर्टर बैटरी भी ट्रॉली में लगवाई गई है.
गर्मियों में पानी की किल्लत को देखते हुए लगाए गए बोरवेल
सिंघु बॉर्डर पर किसानों ने पानी की कमी को देखते हुए बोरवेल लगाने शुरू कर दिए हैं ताकि गर्मियों के दिनों में उन्हें पानी की किल्ल्त न हो. किसानों का कहना है कि सरकार की तरफ से पानी बंद करने पर हमने कई स्थानों पर बोरवेल करवाए हैं. किसानों का यह भी कहना था कि वे जल्द ही अपने पशु भी यहीं ले आएंगे.
अमृतसर से पूर्व सैनिकों ने किसानों के लिए भिजवाए पंखे
पंजाब से किसानों का एक और जत्था आज दिल्ली के लिए रवाना हुआ. अमृतसर के गोल्डन गेट से आज लगभग 7 बजे ट्रैक्टर-ट्रॉलियों के साथ किसान मजदूर समिति से जुड़े सैकड़ों किसान दिल्ली की ओर कूच कर गए. इस मौके पर किसान संगठनों ने कहा कि दिल्ली की सीमा पर लगभग 100 दिन हो गए हैं और इस बार मच्छरों से बचने के लिए ट्रालियों में जाली लगाई गई है.
किसानों के इसी जत्थे के साथ अमृतसर के एक पूर्व सैनिक हरजीत सिंह की ओर से दिल्ली में जमे किसानों की सेवा के लिए पंखे भेजे हैं. उन्होंने गोल्डन गेट से दिल्ली के लिए रवाना हो रहे किसानों को पंखे दिए हैं. उनके साथ कुछ और पूर्व सैनिक भी मौजूद थे. पूर्व सैनिकों ने कहा, "हम देश की सेवा के लिए पीछे नहीं हटे और अब हमें अपने देश के अंदर अपने लोगों के साथ लड़ना है." उन्होंने कहा कि हम किसानों के साथ हैं. उन्हें जिस भी समान की जरूरत है वह हम उन्हें प्रदान करेंगे.
(इनपुट: सोनीपत से पवन राठी, सिंघु बॉर्डर से राजेश खत्री, अमृतसर से अमित शर्मा)