कर्नाटक के कोडिजेनहल्ली में एक 4 साल का बच्चा गलती से पानी की टंकी में गिर गया था. हालांकि उसे अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उसकी मौत हो गई. इसको लेकर माता-पिता का आरोप है कि उन्हें समय पर इलाज नहीं मिला जिसके चलते उनके बच्चे ने दम तोड़ दिया. इसके बाद जब माता-पिता लड़के के शव के साथ घर वापस लौट रहे थे, तब रास्ते में पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी की एक सार्वजनिक रैली चल रही थी. ये देखकर बच्चे के माता-पिता न्याय की मांग को लेकर पूर्व सीएम के पास पहुंचे. कुमारस्वामी ने तुरंत बच्चे के शव को अपने हाथ में लिया और मामले में अधिकारियों से और जानकारी जुटाई.
उन्होंने आरोप लगाया कि चूंकि कोडिहल्ली सरकारी अस्पताल में डॉक्टर नहीं थे, इसलिए इलाज में देरी के चलते लड़के की मौत हो गई. उन्होंने प्रदेश में चिकित्सा व्यवस्था पर निशाना साधा. मामले को लेकर उन्होंने जिला डीएचओ और स्वास्थ्य अधिकारियों को भी फोन किया. उन्होंने 1 लाख मुआवजे और अधिकारियों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई का वादा किया.
इधर, इसको स्वास्थ्य मंत्री सुधाकर ने कहा है कि चूंकि कोडिजेनहल्ली प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, दो डॉक्टरों के साथ एक 24/7 सेवा अस्पताल है, तो ऐसे में कम से कम एक डॉक्टर को किसी भी समय ड्यूटी पर होना चाहिए. ये सब कुछ शिफ्ट में व्यवस्थित किया जाना चाहिए. इस मामले में एक विभागीय जांच की जाएगी और इसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. ड्यूटी में कोताही पाए जाने पर संबंधित चिकित्सक के अलावा उस मौके पर देर से आने और ड्यूटी में लापरवाही बरतने वाले एंबुलेंस चालक को तत्काल बर्खास्त कर दिया गया.
हालांकि, ये भी कहा जा रहा है कि बच्चा 4.15 बजे पानी की टंकी में गिरा था और उसे लगभग 5 बजे अस्पताल लाया गया था.