एक फर्जी चेक मामले में पिछले 25 साल से फरार चल रहे 62 वर्षीय शख्स को मुंबई पुलिस ने अब गिरफ्तार किया है. एक अधिकारी ने गुरुवार को बताया कि मध्य मुंबई के रफी अहमद किदवई मार्ग पर इसको लेकर मामला दर्ज किया गया है. उन्होंने कहा कि आरोपी, जो ठगी के समय 37 वर्ष का था, ने 40 कैमरे खरीदने के लिए 50,000 रुपये का फर्जी चेक देकर एक कैमरा कंपनी को धोखा देने की कोशिश की थी. अधिकारी ने बताया कि पहले पकड़े जाने पर उसे जमानत पर रिहा कर दिया गया था, लेकिन बाद में उसने अदालत में पेश होना बंद कर दिया और लापता हो गया.
मामले के मुख्य आरोपी, जिसके इशारे पर उसने चेक दिया था, को गिरफ्तार कर लिया गया है. हाल ही में, पुलिस को एक गुप्त सूचना मिली कि फरार व्यक्ति गुजरात के भरूच जिले के अछोड़ गांव में रह रहा है. अधिकारी ने कहा कि मुंबई पुलिस की एक टीम ने भरूच का दौरा किया और गुजरात पुलिस की मदद से उसे गिरफ्तार कर लिया.
बीते साल नवंबर में दिल्ली से भी ऐसी ही खबर सामने आई थी. यहां दिल्ली के बवाना थाना पुलिस ने 31 साल पहले हुई चोरी के मामले में शामिल दो आरोपियों को अब गिरफ्तार किया है. एक आरोपी अर्जुन सिंह को कोर्ट प्रोसिडिंग में मृत घोषित कर दिया गया था.
बवाना थाना पुलिस की टीम ने अर्जुन सिंह और उसके साथी को 4 घंटे के लंबी कॉबिंग ऑपरेशन के बाद फरीदाबाद के जंगलों से गिरफ्तार किया है. अर्जुन के दूसरे साथी का नाम चरण सिंह है. दिल्ली पुलिस के मुताबिक, पुराने रिकॉर्ड की छानबीन के दौरान पुलिस के सामने 31 साल पहले का एक मामला आया था. इसमें 1991 में चोरी के आरोपी पुलिस के गिरफ्त से अब तक बाहर थे. आरोपियों को सालों पहले कोर्ट ने भगोड़ा भी घोषित कर दिया था. इसके बाद दिल्ली पुलिस की टीम ने भगोड़ों की तलाश शुरू की.