पिछले पांच दिनों में भारी बारिश के कारण बादल फटने, बाढ़ और भूस्खलन की घटनाओं के कारण हिमाचल प्रदेश में कुल 87 सड़कें बंद हैं. स्थानीय मौसम कार्यालय ने 8 अगस्त (गुरुवार) तक हिमाचल प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश, आंधी और बिजली गिरने का येलो अलर्ट जारी किया है. राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार, वाहनों के आवागमन के लिए बंद सड़कों में से कुल्लू में 30, मंडी में 25, लाहौल और स्पीति में 14, शिमला में नौ, कांगड़ा में सात और किन्नौर जिले में दो सड़कें बंद हैं.
केंद्र ने कहा कि 41 ट्रांसफार्मर और 66 जल आपूर्ति योजनाएं भी बाधित हुई हैं. हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में शुक्रवार शाम से रुक-रुक कर बारिश हो रही है, जिसमें सबसे अधिक 54 मिमी बारिश हमीरपुर में हुई, इसके बाद बर्थिन और धर्मशाला में 19-19 मिमी, नेरी में 11 मिमी, कांगड़ा में 9,7 मिमी, कुकुमसेरी में 9.6 मिमी, सुंदरनगर में 8.1 मिमी, मनाली और चंबा में बारिश हुई. प्रत्येक 6 मिमी और बजौरा 5 मिमी.
मौसम विभाग ने संवेदनशील क्षेत्रों में भूस्खलन और बाढ़ की संभावना और तेज हवाओं के कारण वृक्षारोपण और खड़ी फसलों, कमजोर संरचनाओं और 'कच्चे' घरों को नुकसान और निचले इलाकों में जलभराव की संभावना के बारे में भी आगाह किया. अधिकारियों ने कहा कि बारिश से संबंधित घटनाओं में 27 जून से 3 अगस्त के बीच 79 लोगों की जान चली गई और 663 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ.
लाहौल और स्पीति में कुकुमसेरी रात में सबसे ठंडा रहा, जहां न्यूनतम तापमान 12.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि ऊना दिन में सबसे गर्म रहा, जहां अधिकतम तापमान 36.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.