राजधानी दिल्ली से इस वक्त की बड़ी खबर सामने आ रही है. पुलिस के मुताबिक, रियाजजुद्दीन नामक एक शख्स का जीटीबी अस्पताल में इलाज चल रहा था. रविवार शाम करीब 4 बजे शख्स अस्पताल के अंदर घुसा और उसने रियाजजुद्दीन को गोली मार दी. पुलिस के मुताबिक, रियाजजुद्दीन नामक शख्स 23 जून से अस्पताल में एडमिट था. करीब 4 बजे एक 18 साल का लड़का अस्पताल के अंदर आया और उसने रियाजजुद्दीन को गोली मार दी.शुरुआती जानकारी के मुताबिक रियाजजुद्दीन नशे का आदी था.रियाजजुद्दीन का कोई पुराना आपराधिक इतिहास नहीं है. पुलिस ने कहा कि मामले की जांच जारी है. हत्या के कारणों का पता लगाने की कोशिश की जा रही है.
पुलिस उपायुक्त (शाहदरा) सुरेंद्र चौधरी ने बताया कि वार्ड नंबर 24 में हुई घटना के बारे में जीटीबी एन्क्लेव थाने में पीसीआर कॉल आई थी, मौके पर पहुंचने पर पुलिस ने पाया कि रियाजुद्दीन नामक एक मरीज घायल हो गया था. बाद में डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. सुरेंद्र चौधरी के मुताबिक शाम करीब 4 बजे 18 वर्षीय एक युवक वार्ड में आया और उसने रियाजुद्दीन पर गोली चला दी. डीसीपी ने कहा कि मामला दर्ज किया जा रहा है और अपराधी को पकड़ने के लिए टीमें गठित की गई हैं. प्रथम दृष्टया मामला व्यक्तिगत दुश्मनी का लग रहा है.
जीटीबी अस्पताल में रियाजुद्दीन की हत्या उस वक्त हुई जब जनरल सर्जरी वार्ड नं- 24 में डॉक्टर्स इलाज कर रहे थे. इस घटना के बाद रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (आरडीए) ने अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा कर दी. अनिश्चितकालीन हड़ताल 15 जुलाई 2024 से शुरू होगी. RDA ने कहा कि हाल की घटना ने हमारे समुदाय को गहराई से झकझोर दिया है और लोगों में काफी आशंकाएं पैदा कर दी हैं. जब तक मूलभूत सुरक्षा सुधारों को प्रभावी ढंग से क्रियान्वित नहीं किया जाता, आपातकालीन सेवाएं चालू रहेंगी.
जीटीबी अस्पताल में फायरिंग पर दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी. जो भी दोषी उसे बख्शा नहीं जाएगा.सभी अस्पतालों की सुरक्षा का रिव्यू होगा.