क्या है सेना में भर्ती का नया प्लान 'अग्निपथ'? ED की रेड में मिले करोड़ों के कैश और सोने से क्या है सत्येंद्र जैन का कनेक्शन? डायबिटीज़ में अव्वल क्यों है भारत? गोरखालैंड बनने से किसे होगा सियासी फ़ायदा?, सुनिए 'आज का दिन' में अमन गुप्ता के साथ.
करोड़ों के कैश और सोने से क्या है सत्येंद्र जैन का कनेक्शन?
आम आदमी पार्टी के सितारे इन दिनों गर्दिश में चल रहे हैं. पंजाब की मान सरकार को एक तरफ पंजाब में सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद अपने उस फैसले को वापस लेना पड़ा जिसमें उन्होंने पंजाब के 432 लोगों की सुरक्षा घटाई थी. और दूसरी तरफ दिल्ली में आम आदमी पार्टी के नेता सत्येंद्र जैन पर कसता शिकंजा आप की मुसीबत बन रहा है. कल सत्येंद्र जैन के एक करीबी के घर छापेमारी हुई जहाँ से ईडी ने 2.82 करोड़ रुपए कैश और काफी मात्रा में सोना बरामद किया है. बताया जा रहा है कि छापेमारी में भारी मात्रा में कैश के साथ सोने के बिस्किट और 133 सोने के सिक्के भी मिले हैं. मनी लॉन्ड्रिंग केस में गिरफ्तार सत्येंद्र जैन के कई ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी की टीमें छापेमारी कर रही हैं. वहीं दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन के साथ ही हवाला ऑपरेटर्स के ठिकानों पर भी ईडी छापेमारी कर रही है. इसी कड़ी में बीते दिन जैन के करीबी के घर से तकरीबन तीन करोड़ कैश बरामद किया था.ईडी ने इस मामले में सत्येंद्र जैन को 30 मई को गिरफ्तार कर लिया था. गिरफ्तारी के बाद सत्येंद्र जैन को कोर्ट में पेश किया गया था और वो अभी 9 जून तक ईडी की कस्टडी में रहेंगे. फिलहाल कल हुई छापेमारी ने सत्येंद्र जैन की मुसीबत कैसे बढाई है? कल बरामद हुए रुपए और सोने से सत्येंद्र जैन का कनेक्शन कैसे जोड़ा जा रहा है?
क्यों बंगाल में उठ रही अलग राज्य गोरखालैंड की मांग?
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इन दिनों उत्तर बंगाल के दौरे पर हैं. और इसी दौरान बंगाल में एक पुरानी मांग उठ गई है जिसका इतिहास क़रीब 4 दशक पुराना है. मांग है बंगाल में गोरखा लैंड नाम के एक अलग राज्य की.
गोरखालैंड पर ये चर्चा हाल ही में तब शुरू हुई जब बीजेपी के दो सांसद जॉन बारला और नीतीश प्रमानिक ने एक रैली के दौरान उत्तर बंगाल को एक अलग राज्य बनाने की मांग दुहराई. बीजेपी के स्थानीय नेताओं ने ये मांग पहली बार नहीं की है, इससे पहले भी कई सभाओं में ऐसी मांग की गई है. हालांकि बीजेपी के गोरखालैंड की इस मांग पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की प्रतिक्रिया भी आई. उन्होंने कहा कि हम अपने जीते जी बंगाल के टुकड़े नहीं होने देंगे. ये समझने को कि पश्चिम बंगाल में ये गोरखालैंड की मांग कितनी पुरानी है और अभी के समय इस मांग के दोबारा उठाने के पीछे सियासी मकसद क्या है?
क्या है सेना में भर्ती की अग्निपथ योजना?
अब तक हमने सेना को अस्थायी भर्तियों से परे देखा था. सेना में जो भी भर्तियां होती थीं वो एक लंबे समय के लिए होती थीं, अलबत्ता कुछ विभागों में कम समय के लिए लोग जरूर रखे जाते रहे हैं लेकिन अब ख़बर है कि सिक्योरिटी फोर्सेस के खर्च और एज प्रोफाइल को कम करने की दिशा में सरकार अग्निपथ एंट्री स्कीम नामक एक नई योजना की घोषणा करने जा रही है. इसके तहत चार साल के टेन्योर के लिए सेना में शामिल होंगे. इस योजना का नाम होगा युवा अग्निपथ प्रवेश योजना और जो इस के माध्यम से सेना में प्रवेश करेंगे उन्हें अग्निवीर के रूप में जाने जाएंगे. इस स्कीम को लाने की बात ऐसे समय मे हो रही है जब कोरोना महामारी के कारण सशस्त्र बलों में सैनिकों के लिए एंट्री साइकिल में पिछले दो वर्षों में भारी कटौती की गई है. रिकॉर्ड बताते हैं कि वर्तमान में रक्षा बलों में 1.25 लाख पद खाली हैं. तो इस स्कीम के तहत भर्तियों का प्रॉसेस कैसा होगा? इस स्कीम के पीछे सरकार की मंशा क्या है? इसमें खामी क्या हैं?
डायबिटीज़ में अव्वल क्यों है भारत?
दुनिया भर में टाइप 1 डायबिटीज से पीड़ित सबसे ज्यादा बच्चे और किशोर भारत में रहते हैं.डायबिटीज से पीड़ित दुनिया का हर पांचवा बच्चा या किशोर भारतीय है. और भारत में हर दिन 65 बच्चे या किशोर टाइप 1 डायबिटीज की चपेट में आ रहे हैं. ये कुछ आंकड़े हैं, जो बताते हैं कि भारत में टाइप 1 डायबिटीज कितनी बड़ी समस्या बनती जा रही है जिसे जारी किया है इंटरनेशनल डायबिटीज फेडरेशन ने. इनके मुताबिक, डायबिटीज के कारण पिछले साल दुनियाभर में 67 लाख से ज्यादा मौतें हुई थीं. ये मौतें 20 से 79 साल की उम्र के लोगों की थी. इनमें भी सबसे ज्यादा संख्या भारतीयों की है. भारत में 2.29 लाख से ज्यादा लोगों ने जान गंवाई है. डायबिटीज से बुरी तरह जूझ रहे देशों की इस सूची में भारत का नाम अव्वल क्यों है? और ये समस्या और बीमारी इतनी गम्भीर क्यों होती जा रही है?
इन ख़बरों पर विस्तार से चर्चा के अलावा ताज़ा हेडलाइंस, देश-विदेश के अख़बारों से सुर्खियां, आज के दिन की इतिहास में अहमियत सुनिए 'आज का दिन' में अमन गुप्ता के साथ.