राजस्थान कैसे हुआ इतना संवेदनशील? महाराष्ट्र में आज क्या होगा? ईरान-अर्जेंटीना के BRICS में आने से किसे परेशानी होगी और किसे फ़ायदा? आयरलैंड के सामने मैच जीतकर भी कमज़ोर क्यों दिखी टीम इंडिया, सुनिए 'आज का दिन' में अमन गुप्ता के साथ.
इतना संवेदनशील कैसे हुआ राजस्थान?
उदयपुर में धानमंडी कर के थाना क्षेत्र है, यहीं के मालदास स्ट्रीट में दो लोगों ने एक युवक की गला रेतकर हत्या कर दी. रिपोर्ट्स के मुताबिक मृतक युवक के 8 साल के बेटे ने नूपुर शर्मा के समर्थन में सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया था. इससे गुस्साए आरोपियों ने उसके पिता की बेरहमी से हत्या कर दी. मामला बिगड़ न जाए इसलिए राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कुछ ही मिनट बाद कल पब्लिक में आएं, कहा, ये कोई नॉर्मल घटना नहीं है, प्रधानमंत्री से अपील की उन्होंने कि देश में जो तनाव का माहौल है, उस पर वे अगर कुछ कहेंगे, तो ज़्यादा असर होगा. गहलोत ने ये भी कहा कि मुस्तैदी से कार्रवाई होगी और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. उधर, राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और भाजपा नेता गुलाबचंद कटारिया भी मीडिया से मुखातिब हुए, कहा , इस घटना के पीछे किसी गैंग का हाथ हो सकता है. इस घटना के बाद पूरे प्रदेश में धारा 144 लागू कर दी गई है. साथ ही उदयपुर के कई इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया गया है. इसके अलावा अब तक इस मामले में और क्या पुख़्ता जानकारी जुट पाई है, ख़ासकर आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर?
क्या उद्धव फिर खेल रहे हिंदुत्व कार्ड?
महाराष्ट्र की पॉलिटिकल पिक्चर में कल गुवाहाटी कम और दिल्ली, मुंबई अधिक नज़र आ रही थी. फ्रंटफुट पर दिखे राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस. पहले तो वो दोपहर में दिल्ली पहुंचे जहां बीजेपी के अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह से उन्होंने मुलाकात की. शाम को वे दिल्ली से लौट आए. लगा आज की बात पूरी हो गयी. लेकिन कल अचानक से रात साढ़े 9 के आस पास फडणवीस राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के पास जा पहुंचे. उन्हें एक चिट्ठी दी. घूम फिर कर बात अब बहुमत पर आ गयी है. राज्यपाल ही इस पर फैसला करेंगे कि कब वे फ्लोर टेस्ट चाहते हैं. रिपोर्ट्स ये भी हैं कि शिंदे खेमा आज दोपहर में गुवाहाटी से मुंबई के लिए रवाना हो सकता है. किस तरह कल रात को महाराष्ट्र में घटनाक्रम बदलते रहें और आज किस तरह का पॉलिटिकल सिनेरियो राज्य में बनता है दिख रहा है?
BRICS में ईरान-अर्जेंटीना के आने से किसका होगा फ़ायदा?
दुनिया एक बार फिर तेज़ी से दो खेमों में बंटने जा रही है. बांटनेवाले अब भी वही अमेरिका और रूस हैं जो पिछली सदी में दुनिया को दोफाड़ कर चुके हैं. आपको याद होगा कि पिछले महीने प्रधानमंत्री मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए चीन में हो रहे सार्क समिट में शामिल हुए थे. इस हफ्ते वो बतौर मेहमान जी-7 समिट में शामिल होने जर्मनी गए. ये दोनों ही गुट एक दूसरे से टकरा रहे हैं. जी-7 या कहिए ग्रुप ऑफ 7 उन विकसित देशों का गुट है जो खुद को लिबरल डेमोक्रेसी कहते हैं, जैसे अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, जर्मनी, फ्रांस, इटली वगैरह. शुरू में रूस भी इसका हिस्सा था लेकिन फिर उसे बाहर निकाल दिया गया. भारत भी इसका मेंबर नहीं है मगर इस साल उसे मेहमान के तौर पर बुलाया गया था.
2019 में भी बतौर गेस्ट भारत समिट में शामिल हुआ था. पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप तो भारत को इसका मेंबर बनाने की वकालत भी कर चुके हैं, लेकिन यहीं पेंच है. भारत उस ब्रिक्स का पहले से मेंबर है जिसमें रूस और चीन शामिल हैं. अब जो रूस और चीन हैं वो ब्रिक्स को जी-7 के मुकाबले खड़ा करना चाहते हैं, और वो होगा ऐसे कि ये दोनों दुनिया के बाकी देशों को इसमें जोड़ें. खासकर वो देश जिनकी अमेरिका से बनती नहीं. ताज़ा खबर ये है कि अर्जेंटीना और ईरान ने ब्रिक्स में शामिल होने की ऐप्लीकेशन लगा दी है और चीन-रूस इन्हें शामिल करने को बेताब भी हैं लेकिन सवाल ये है कि उस भारत के लिए ब्रिक्स का एक्सपेंशन अच्छा है या बुरा जिसे दूसरा खेमा भी बराबर तवज्जो दे रहा है?
आयरलैंड के सामने कमज़ोर क्यों दिखी टीम इंडिया?
भारत और आयरलैंड के बीच खेले गए दूसरे टी 20 मैच में भारत ने आयरलैंड को भले हरा दिया लेकिन एक हाई स्कोरिंग मैच में सिर्फ 4 रन से. टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम के लिए, अपना पांचवा टी 20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेल रहे दीपक हुडा ने 57 गेंदों में 104 रनों की विस्फोटक पारी खेली. उनका साथ संजू सैमसन ने बखूबी निभाते हुए 42 गेंदों पर 77 रन बनाए. दोनो खिलाड़ियों की बदौलत भारतीय टीम ने 20 ओवरों में 7 विकेट के नुकसान पर 225 रन बनाए. आयरलैंड की टीम ने एक कड़ी टक्कर देते हुए लक्ष्य का पीछा किया लेकिन 5 विकेट खोकर 221 रन ही बना सकी.इस तरह भारतीय टीम ने आयरलैंड के खिलाफ़ खेली गई 2 मैचों की टी 20 इंटरनेशनल सीरीज 2 - शून्य से अपने नाम कर ली. लेकिन एक हाई टोटलिंग मैच था कल, मान कर चलें कि भारत बस हारते हारते रह गया वो भी आयरलैंड जैसी टीम के सामने जिसे कमज़ोर माना जाता है. क्या मैदान फेवर में नहीं थी गेंदबाजी की या हमारे एन्ड से ही कुछ कमियां थी?
इन ख़बरों पर विस्तार से चर्चा के अलावा ताज़ा हेडलाइंस, देश-विदेश के अख़बारों से सुर्खियां, आज के दिन की इतिहास में अहमियत सुनिए 'आज का दिन' में अमन गुप्ता के साथ.