आज शाम की ताजा खबर ( Aaj Ki Taza Khabar), 31 मार्च 2022 की खबरें और अन्य समाचार: मार्च महीने की आखिरी शाम कोरोना के मोर्चे पर राहत भरी खबर लेकर आई. अब मुंबई में मास्क पहनने की अनिवार्यता खत्म कर दी गई है तो दिल्ली में जुर्माने का प्रावधान हटा दिया गया है. उधर, भारत से बाहर की बात करें तो पाकिस्तान में आज का दिन काफी ऊहापोह भरा रहा, क्योंकि विपक्षी दल इमरान खान को पद से हटाने के लिए अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग कराने पर अड़ गए हैं. वहीं, रूस और यूक्रेन की जंग बदस्तूर जारी है. पढ़ें, गुरुवार शाम की 5 बड़ी खबरें...
Corona: मुंबई लोकल में मास्क पहनना अब अनिवार्य नहीं, दिल्ली मेट्रो में भी जुर्माना खत्म
Corona: कोरोना को लेकर मुंबई और दिल्ली की सरकारों ने गुरुवार को बड़े फैसले किए हैं. मुंबई सरकार की ओर से फैसला लिया गया है कि लोकल ट्रेन में लोकल ट्रेन में मास्क पहनना अब अनिवार्य नहीं होगा. साथ ही गुड़ी पड़वा, रमजान धूमधाम से मनाया जा सकेगा.वहीं, दिल्ली में भी कोरोना को लेकर बड़ा फैसला किया है. फैसले के मुताबिक, दिल्ली मेट्रो में भी जुर्माना खत्म कर दिया गया है.
सुपर ओवर में पहुंचा पाकिस्तान का सियासी 'मैच', विपक्ष मजबूत! लेकिन संसद स्थगित
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान आज गुरुवार को फ्लोर टेस्ट से पहले राष्ट्र को संबोधित करेंगे. ऐसे में अब सबकी नजरें इस बात पर टिक गई हैं कि इमरान खान इसमें क्या बोलेंगे. अटकले हैं कि इमरान आज के संबोधन में इमरजेंसी लगाने जैसा सख्त कदम भी उठा सकते हैं.
तमिलनाडु सरकार को झटका, SC ने वन्नियार आरक्षण कानून को असंवैधानिक बताया
सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को तमिलनाडु के वन्नियार समुदाय को ओबीसी श्रेणी में दिए गए 10.5% आरक्षण के फैसले को असंवैधानिक करार दिया है. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि बिना किसी डेटा के आरक्षण दे दिया गया है. कमेटी ने भी इस वर्ग के पिछडेपन को लेकर कोई ठोस आंकड़ा नहीं दिया था.
LSG vs CSK, IPL 2022 Live Score: लखनऊ ने जीता टॉस, CSK पहले बैटिंग करेगी
Lucknow Super Giants vs Chennai Super Kings, Live IPL Score 2022: आईपीएल 2022 के 7वें मुकाबले में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) का सामना लखनऊ सुपर जायंट्स (LSG) से है. मुंबई के ऐतिहासिक ब्रेबोर्न स्टेडियम में दोनों टीमें आमने-सामने हैं.
'1970 के दशक में स्वागत है', रूस-यूक्रेन युद्ध से टूटी इस यूरोपीय देश की कमर, महंगाई ने तोड़ा दशकों का रिकॉर्ड
रूस-यूक्रेन युद्ध का जर्मनी में व्यापक असर देखा जा रहा है. युद्ध के कारण यूरोपीय देश में प्राकृतिक गैस और पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतें बढ़ गई हैं. जर्मनी में लोगों को बढ़ी हुई महंगाई का दुष्प्रभाव झेलना पड़ रहा है. लोग कह रहे हैं कि 1970 की महंगाई वाला दशक फिर लौट आया है.