'आजतक रेडियो' के मॉर्निंग न्यूज़ पॉडकास्ट 'आज का दिन' में आज हम चर्चा करेंगे क्लाइमेट चेंज को लेकर कि COP-26 में रखे गए भारत के लक्ष्य पाना कितना मुमकिन है? इसके साथ ही क्या पाकिस्तान और चीन की मुश्किल बढ़ा पाएगा ISIS खुरासान? इस बारे में भी हम चर्चा करेंगे.
आजतक रेडियो पर हम रोज़ लाते हैं देश का पहला मॉर्निंग न्यूज़ पॉडकास्ट ‘आज का दिन’, जहां आप हर सुबह अपने काम की शुरुआत करते हुए सुन सकते हैं आपके काम की ख़बरें और उन पर क्विक एनालिसिस. साथ ही, सुबह के अख़बारों की सुर्ख़ियां और आज की तारीख में जो घटा, उसका हिसाब किताब. आगे लिंक भी देंगे लेकिन पहले जान लीजिए कि आज के एपिसोड में हमारे पॉडकास्टर अमन गुप्ता किन ख़बरों पर बात कर रहे हैं.
1. COP-26 में क्लाइमेट चेंज को लेकर भारत की कमिटमेंट
ग्लास्गो में जलवायु परिवर्तन की समस्या पर आयोजित COP-26 की बैठक में सोमवार को दिन भर अलग-अलग देशों के नेताओं के भाषण से यूनाइटेड नेशन की बात तक कन्सर्न यही रहा कि इस समस्या से निजात कैसे मिले. यूएन के मुखिया एंटोनियो गुटेरेस ने तो अपने सम्बोधन में बड़े ही स्पष्ट तरीके से कहा कि हम अपनी कब्रें ख़ुद खोद रहे हैं. इसके बाद ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉन्सन ने भी अपने उद्बोधन में क्लाइमेट चेंज रोकने को लेकर अपनी प्रतिबद्धता ज़ाहिर करते हुए कहा कि समय आ गया है कि विकसित देशों को अपनी विशेष जिम्मेदारी को पहचानना चाहिए. इसके लिए हर किसी को मदद करनी होगी. पीएम मोदी ने भी इस समिट को सम्बोधित किया. उन्होंने क्लाइमेट चेंज के खिलाफ भारत की प्रतिबद्धता दोहराते हुए समिट में शामिल तमाम देशों के सामने पर्यावरण के प्रति भारत की कमिटमेंट भी रखी. क्या हैं ये कमिटमेंट्स, भारत के लिए इन्हें पाना कितना मुश्किल है? और कोप 26 में शामिल छोटे देशों के सामने चैलेंजेस क्या हैं?
2. कितना खतरनाक है ISIS खुरासान?
इन दिनों अफगानिस्तान की हालत किससे छुपी है. तालिबानी कब्जे में जी रही अफगानिस्तानी आवाम भुखमरी और आर्थिक तंगी से किस तरह से जूझ रही है. खबरें बता ही रही हैं. अफगानिस्तान इन दिनों ख़बरों में किसी और वजह से भी है. और वो वजह है आईएस आईएस ख़ुरासान. इस आतंकी संगठन का डेरा इन दिनों पाकिस्तान अफगानिस्तान बॉर्डर है. तालिबान से इनकी लड़ाई अलग ही मोर्चे पर जारी है. तालिबानी लड़ाकों पर हमले, तालिबान को अस्थिर करने की कोशिश और तमाम हरकतें जो ये वहां बैठे कर रहे हैं. यहां तक बहुत रोचक बात भी नहीं है, क्योंकि दो आतंकी संगठन हैं लड़ रहे हैं ,लड़ने दो. ख़बर ये है कि आईएस आईएस ख़ुरासान ने पाकिस्तान और चीन को धमकी दी है. उन्होंने कहा है कि हमें अगर अस्थिर करने की कोशिश इन देशों ने की तो अंजाम भुगतने को भी ये तैयार रहें. तो क्या वाकई में ISIS खुरासान इतना खतरनाक है संगठन कि पाकिस्तान-चीन को धमका पा रहा है? इसकी क्षमता क्या इतनी है जो ये दोनों देशों में डिस्टर्बेंस ला सकें? और इनका इतिहास क्या रहा है?