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जंगल से जुड़ीं अनसुनी कहानियां, आजतक रेडियो पर शुरू हो रहा नया पॉडकास्ट 'शेरखान'

आजतक रेडियो पर 'शेरखान' नाम का एक नया पॉडकास्ट शुरू हो रहा है. यह हर शुक्रवार शाम 6 बजे आजतक रेडियो के यूट्यूब चैनल, वेबसाइट, एप्पल पॉडकास्ट, स्पॉटीफाई जैसे विभिन्न पॉडकास्ट चैनल पर उपलब्ध होगा. 'शेरखान' में आपको सुनने को मिलेंगी जंगल और जंगली जानवरों से जुड़ीं अनसुनी कहानियां और किस्से.

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आजतक रेडियो पर शुरू हो रहा नया पॉडकास्ट 'शेरखान'
आजतक रेडियो पर शुरू हो रहा नया पॉडकास्ट 'शेरखान'

आजतक रेडियो पर 'शेरखान' नाम का एक नया पॉडकास्ट शुरू हो रहा है. यह हर शुक्रवार शाम 6 बजे आजतक रेडियो के यूट्यूब चैनल, वेबसाइट, एप्पल पॉडकास्ट, स्पॉटीफाई जैसे विभिन्न पॉडकास्ट चैनल पर उपलब्ध होगा. 'शेरखान' में आपको सुनने को मिलेंगी जंगल और जंगली जानवरों से जुड़ीं अनसुनी कहानियां और किस्से.

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क्या है जंगल का कानून? बाघ कैसे बन जाता है आदमखोर? शेरनी कैसे अपने बच्चों को देती है शिकार की ट्रेनिंग? जिंदा रहने के लिए जो जरूरी है, वो ही जंगल का उसूल है. जंगल की हरियाली में जिंदगी और मौत के इसी संघर्ष के बीच छुपे हैं बेशुमार किस्से. 'शेरखान' में आप सुनेंगे जंगली जानवर, जंगली परिंदे और जंगली पौधों की वो मजेदार कहानियां जो आपने पहले कभी नहीं सुनी होंगी.

आजतक रेडियो पर 'शेरखान' लेकर आने वाले आसिफ खान वर्तमान में इंडिया टुडे समूह में बतौर एग्ज़ीक्यूटिव एडिटर कार्यरत हैं. करीब 2 दशक से ज्यादा वक्त से पत्रकारिता में सक्रिय आसिफ जंगलों में वक्त बिताते हुए 200 से ज्यादा वाइल्ड लाइफ डॉक्यूमेंट्री बना चुके हैं. वाइल्ड लाइफ में किए कार्यों के लिए आसिफ को 2012 में रामनाथ गोयनका अवॉर्ड भी मिल चुका है. आसिफ आजतक रेडियो के सबसे लोकप्रिय पॉडकास्ट में शुमार ‘तीन ताल’ का भी हिस्सा हैं.

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