
AajTak के मूड ऑफ द नेशन (MOTN) सर्वे में महाराष्ट्र के लोगों ने सरकार, मुख्यमंत्री, सांसदों और विधायकों के कामकाज पर अपनी राय दी है. सर्वेक्षण में जनता की संतुष्टि और असंतोष के बारे में महत्वपूर्ण आंकड़े सामने आए हैं, जो राज्य की मौजूदा राजनीतिक स्थिति को दर्शाते हैं.
MOTN सर्वे के अनुसार महाराष्ट्र में 25% लोग राज्य सरकार के कामकाज से पूरी तरह संतुष्ट हैं, जबकि 34% लोग कुछ हद तक संतुष्ट हैं. लेकिन करीब 34% जनता सरकार के काम पर असंतोष भी व्यक्त कर रही है. यह डेटा बताता है कि सरकार के प्रदर्शन को लेकर जनता में मिली-जुली राच है.
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के कामकाज से 35% लोग संतुष्ट हैं, जबकि 31% लोग कुछ हद तक संतुष्ट हैं. हालांकि, 28% लोग उनके कामकाज से असंतुष्ट हैं. यह दर्शाता है कि मुख्यमंत्री का प्रदर्शन कुछ हद तक लोगों की अपेक्षाओं पर खरा उतर रहा है, लेकिन सुधार की गुंजाइश अभी भी बाकी है.
सांसदों और विधायकों का प्रदर्शन
सांसदों के प्रदर्शन पर 32% लोग संतुष्ट हैं, जबकि 22% लोग कुछ हद तक संतुष्ट हैं और इतने ही लोग असंतुष्ट हैं. वहीं, विधायकों के प्रदर्शन पर 41% लोग संतुष्ट हैं, जो सांसदों की तुलना में बेहतर है. 26% लोग विधायकों के कामकाज से कुछ हद तक संतुष्ट हैं, जबकि 27% असंतुष्ट हैं. यह स्पष्ट करता है कि जनता विधायकों के कामकाज से अधिक संतुष्ट है.
महाराष्ट्र के सबसे बड़े मुद्दे
इस सर्वे में यह भी पता चला कि महाराष्ट्र के लोगों के लिए सबसे बड़ा मुद्दा बेरोजगारी है, जिसे 32% लोगों ने प्राथमिकता दी है. इसके बाद विकास और महंगाई दोनों ही 15% लोगों के लिए महत्वपूर्ण मुद्दे हैं. किसानों से जुड़े मुद्दों को 13% लोगों ने प्राथमिकता दी है, जबकि कानून व्यवस्था और भ्रष्टाचार के मुद्दों पर क्रमशः 2% और 4% लोगों ने ध्यान दिया है. इससे यह स्पष्ट होता है कि रोजगार की कमी राज्य के लोगों के लिए सबसे बड़ी चिंता बनी हुई है.
PM के तौर पर पहली पसंद
प्रधानमंत्री पद के लिए महाराष्ट्र के लोगों की पहली पसंद नरेंद्र मोदी हैं, जिन्हें 46% समर्थन प्राप्त है. वहीं, राहुल गांधी को 34% लोगों ने अपनी पसंद बताया है. यह आंकड़े यह संकेत देते हैं कि राज्य में नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता बनी हुई है, लेकिन राहुल गांधी भी एक मजबूत दावेदार के रूप में उभर रहे हैं.
विपक्ष की भूमिका
राज्य में विपक्ष की भूमिका पर 11% लोग संतुष्ट हैं, जबकि 21% लोग कुछ हद तक संतुष्ट हैं. हालांकि, 30% लोग विपक्ष के कामकाज से असंतुष्ट हैं. यह दर्शाता है कि जनता को विपक्ष से और अधिक प्रभावी भूमिका निभाने की अपेक्षा है.
MOTN सर्वे के आंकड़ों से यह स्पष्ट होता है कि महाराष्ट्र में सरकार और नेताओं के कामकाज को लेकर जनता की राय मिली-जुली है. जहां एक ओर बेरोजगारी राज्य की सबसे बड़ी चिंता बनी हुई है, वहीं प्रधानमंत्री पद के लिए नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता भी बरकरार है. हालांकि, विपक्ष को अपनी भूमिका और मजबूत करने की जरूरत है ताकि वह जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतर सके.
AajTak मूड ऑफ द नेशन सर्वे 15 जुलाई से 10 अगस्त 2024 के बीच किया गया. इस सर्वे में 1,36,436 लोगों की राय ली गई. पूरे देश के 543 लोकसभा क्षेत्रों में यह सर्वेक्षण किया गया, जिससे जनता की सोच और राय को समझने की कोशिश की गई. यह सर्वे देश की मौजूदा स्थिति पर जनता की सोच को सामने लेकर आता है.