कोरोना से दुनिया जूझ रही है. दवा आ नहीं रही है. इस बीच एक स्टडी ने चिंता और बढ़ा दी है. वायरोलॉजिस्ट बता रहे हैं कि ये वायरस खुद में तेज़ी से बदलाव ला रहा है यानि खुद को म्यूटेट कर रहा है. आप सुनकर हैरान रह जाएंगे कि ये वायरस अब तक खुद को बारह सौ बार बदल चुका है. ऐसे में परेशानी ये है कि इसके खिलाफ बन रही वैक्सीन कितनी कारगर होगी इसमें शक है. इंडिया टुडे के असिस्टेंट एडिटर प्रभाष दत्ता बता रहे हैं कि जो हालात हैं उससे भारत और दुनिया पर क्या असर पड़ेगा..
कंगना रनौत ने शिवेसना पर हमला बोला. बीएमसी ने शिवसेना के दफ्तर पर हमला बोला. फिर कंगना ने सीएम ठाकरे पर हमला बोला. हमलों के दौर चले लेकिन एनसीपी और कांग्रेस शिवसेना से दूर दूर ही दिखे. कल शाम उद्धव ठाकरे, शरद पवार औऱ संजय राउत साथ भी बैठे थे मगर उसके पहले पवार बीएमसी की कार्यवाही को ग़ैर ज़रूरी बता चुके थे और संजय निरुपम ने भी सवाल उठाया था. अब समझने वाली बात ये है कि शिवेसना इस मसले पर जैसे अकेले पड़ी है उसका क्या मतलब है...क्या महाराष्ट्र में गठबंधन सरकार भी ऐसे ही चल रही है… इस बारे में गहराई से बता रहे हैं वरिष्ठ पत्रकार समर खड़स.
दुनिया की अर्थव्यवस्थाएं कोरोना के असर में हैं. ऐसे में कर्मचारियों की भविष्य निधि जिसे हम EPF कहते हैं उस पर भी पड़ना ही था. कर्मचारी भविष्य निधि संगठन शॉर्ट में कहे तो EPFO की केंद्रीय बोर्ड बैठक कल हुई. इसमें वित्त वर्ष 2019-20 के ब्याज को दो किश्तों में देने का फैसला लिया गया. ईपीएफओ पर साढ़े आठ फीसदी ब्याज़ मिलता है. तो पहले 8.15 फीसदी ब्याज और बाद में 0.35 फीसदी ब्याज़ का भुगतान किया जाएगा तो इस फैसले का आम उपभोक्ताओं पर क्या असर होगा? बता रहे हैं इंडिया टुडे हिंदी पत्रिका के एसोसिएट एडिटर शुभम शंखधर.
और ये भी जानिए कि 10 सितंबर की तारीख इतिहास के लिहाज़ से अहम क्यों है.. क्या घटनाएं इस दिन घटी थीं. अख़बारों का हाल भी पांच मिनटों में सुनिए और खुद को अप टू डेट कीजिए. इतना कुछ महज़ आधे घंटे के न्यूज़ पॉडकास्ट 'आज का दिन' में नितिन ठाकुर के साथ.