राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद का कार्यकाल खत्म होने जा रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुलाम नबी आजाद को भावुक भरे अंदाज़ में विदाई भी दे दी है लेकिन अब सवाल कांग्रेस के सामने है. 15 फरवरी के बाद जब गुलाम नबी आज़ाद राज्यसभा में नहीं होंगे तो नेता विपक्ष की ज़िम्मेदारी किसके पास होगी? कांग्रेस को ही ये तय करना है. ऐसे में जो नाम अपर हाउस में लीडर ऑफ़ opposition की रेस में फ़िलहाल दिखते हैं वो किसके हैं? ऐसे ही कुछ नामों की लिस्ट तैयार की है इंडिया टुडे डॉट कॉम के हमारे वरिष्ठ सहयोगी प्रभाष दत्ता ने.
एक नाम है दीप सिद्दू. ये नाम सुर्खियों में आया 26 जनवरी के बाद. ट्रैक्टर रैली में हिंसा भड़की तो पुलिस ने इसी पंजाबी एक्टर पर आरोप लगाया. उसके बाद वो ऐसा भागा कि दिखा नहीं.. दिखा तो सिर्फ़ अपने बनाए वीडियोज़ में जो वो किसी जगह छुपकर बना रहा था और विदेश से इंटरनेट पर अपलोड करा रहा था. अब दीप सिद्दू दिल्ली पुलिस की गिरफ्त में है. तीस हज़ारी कोर्ट में पेश होने के बाद वो सात दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा जा चुका है तो पुलिस की पकड़ में कैसे आया वो.. बता रहे हैं हमारे सहयोगी हिमांशु मिश्रा.
बात ज़रा काम की और साथ ही आराम की. नए लेबर लॉज़ के तहत कामगारों के काम के घंटे लचीले बनाए जाने की कोशिश चल रही है. मतलब ये कि अगर कोई आदमी हफ्ते के चार दिन में ही 48 घंटे काम कर लेता है यानि हर दिन 12 घंटे तो बाकी तीन दिन उसे छुट्टी दी जा सकती है. इसके अलावा भी और कई प्रस्ताव हैं. सब पर माथापच्ची हो रही है. हमने इस पर बात की इंडिया टुडे हिंदी पत्रिका के एडिटर शुभम शंखधार और पूछा कि श्रम और रोजगार मंत्रालय कि योजना क्या क्या है?
अब एक अहम ख़बर कोरोना वायरस पर. कई महीनों से लगातार कोरोना के केस कम हो रहे हैं. कल यूनियन हेल्थ सेक्रेटरी राजेश भूषण प्रेस ब्रीफिंग में बोले कि पिछले 3 हफ्तों से 7 राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों में कोरोना कोई मौत नहीं हुई. 15 राज्यों में 24 घंटो के अंदर मौत का कोई मामला सामने नहीं आया. हालांकि सेंटर ने ये बात कही है कि अभी भी कुल आबादी के 70 फ़ीसदी लोग कोरोना से संक्रमित हो सकते हैं. अब जिस तरह से कोरोना के केस कम हुए हैं अगर ये लगातार ऐसे ही चला तो lockdown से पहले वाला जो कोरोना का curve था उस पर हमें आने में कितना वक्त लग सकता है?हमने इंडिया टुडे के डेटा इंटेलिजेंस यूनिट के मेंबर दीपू राय से पूछा.
और जानेंगे आज की तारीख का इतिहास. साथ साथ अख़बारों का हाल भी लेंगे. इतना सब कुछ महज़ आधे घंटे में सुनिए मॉर्निग न्यूज़ पॉडकास्ट 'आज का दिन' में नितिन ठाकुर के साथ.