दिल्ली के मुंडका में आग की घटना पर राजनीति भी गरमाने लगी है. आम आदमी पार्टी के MCD इंचार्ज दुर्गेश पाठक ने बड़ा दावा किया है. दुर्गेश ने कहा है कि बिल्डिंग का मालिक मनीष लकड़ा का बीजेपी से कनेक्शन है. पाठक ने मनीष लाकड़ा का बीजेपी नेता के साथ फोटो भी शेयर किया है.
दुर्गेश ने जो फोटो शेयर की है, उसमें उन्होंने दावा किया है कार चला रहा शख्स मनीष है. उसकी कार में नॉर्थ MCD के पूर्व मेयर और बीजेपी नेता मास्टर आजाद सिंह बैठे हैं. आप नेता दुर्गेश पाठक ने आरोप लगाया है कि मनीष लाकड़ा बीजेपी के संरक्षण में मुंडका में अपनी फैक्ट्री 'अवैध रूप से' चला रहा था. पाठक ने मुंडका अग्निकांड के लिए बीजेपी को जिम्मेदार ठहराया है.
मुंडका की जिस ईमारत में आग लगी वो मनीष लाकड़ा जी की बिल्डिंग है
— Durgesh Pathak (@ipathak25) May 15, 2022
मनीष लाकड़ा जी MCD के पूर्व मेयर मास्टर आज़ाद जी की गाड़ी ड्राइव कर हैं ।
मनीष लाकड़ा जी भाजपा के सहयोग से ही मुंडका में गैरकानूनी तरीके से फैक्ट्री चला रहे थे।
सभी मौतों के लिए भाजपा सीधे तौर पर जिम्मेदार है। pic.twitter.com/jYz93XW1xf
हादसे के लिए केजरीवाल सरकार में मंत्री जैन जिम्मेदार: पूर्व मेयर
वहीं, बीजेपी ने पलटवार किया है. बीजेपी नेता और दिल्ली एमसीडी के पूर्व मेयर मास्टर आजाद सिंह ने कहा कि इस हादसे के लिए दिल्ली सरकार के मंत्री सत्येंद्र जैन ही जिम्मेदार हैं. उन्होंने ही बिल्डिंग का नक्शा पास किया था. आज तक से बातचीत में उन्होंने AAP नेता के आरोपों को सिरे से खारिज किया और कहा कि उनका मनीष लाकड़ा से कोई संबंध नहीं है. उन्होंने ये भी कहा कि उनका इस फैक्ट्री से भी कोई लेना-देना नहीं है. जिस तस्वीर में वह मनीषा लाकड़ा के साथ नजर आ रहे हैं, उस पर उन्होंने सफाई दी. कहा- 'हो सकता है हम चुनाव के दौरान मिले होंगे. जैसे आम जनता से मिलते हैं. इसी दौरान वह शायद गाड़ी में बैठ गए थे. लेकिन मैं निजी तौर पर किसी मनीष लाकड़ा को नहीं जानता और ना ही मेरा उससे कुछ लेना-देना है.'
आजाद सिंह ने कहा कि इस कंपनी का नक्शा वर्तमान में दिल्ली सरकार के मंत्री सत्येंद्र जैन ने ही पास किया था. उनका कहना है कि मनीष लाकड़ा के पिता बलजीत लाकड़ा का सत्येंद्र जैन से प्रॉपर्टी का लेनदेन था. इस पूरे मामले में सत्येंद्र जैन का ही इनसे संबंध था. उनका कहना है कि मंत्री सत्येंद्र जैन ने यह कंपनी मित्तल और गर्ग को भेज दी थी. इस पूरे अवैध निर्माण के लिए वही जिम्मेदार हैं.
बता दें कि पश्चिमी दिल्ली के मुंडका मेट्रो स्टेशन के पास शुक्रवार शाम कमर्शियल बिल्डिंग में आग लग गई थी. हादसे में 27 लोगों की जान चली गई, जबकि इतने ही लोग अभी भी लापता हैं. मरने वालों में अब तक 8 लोगों की पहचान हो सकी है. मामले में पुलिस ने बिल्डिंग के मालिक मनीष लाकड़ा, सुशीला लाकड़ा, सुनीता लाकड़ा के खिलाफ एफआइआर दर्ज की है. इसके अलावा, फैक्ट्री के मालिक वरुण गोयल और हरीश गोयल पर केस दर्ज किया है. पुलिस ने वरुण, हरीश और मनीष लाकड़ा को गिरफ्तार कर लिया है. अग्निकांड वरुण-हरीश गोयल के पिता अमरनाथ की भी मौत हो गई है.
पुलिस का कहना है कि बिल्डिंग में निकलने का एक ही रास्ता था. कंपनी में 100 से ज्यादा लोग काम कर रहे थे. सुरक्षा का कोई उपाय नहीं किया गया था. फोरेंसिक टीम ने साक्ष्य एकत्रित किए थे. टीम को यहां बॉडी के अवशेष मिले थे. यहां कलेक्ट किया गया है. अफसरों का कहना है कि डीएनए टेस्ट के बाद ही पहचान हो सकेगी.
MCD ने पहले कमर्शियल लाइसेंस दिया, फिर कैंसिल किया
दिल्ली सरकार के सूत्रों की मानें तो मुंडका में जिस बिल्डिंग में आग लगी, वो गांव की जमीन पर बनी है. यहां कोई भी कमर्शियल मूवमेंट की परमीशन नहीं है. मगर, 2016 में MCD ने यहां कमर्शियल लाइसेंस दिया. हालांकि 2017 में शिकायत की गई तो MCD ने ही सालभर में लाइसेंस कैंसिल कर दिया, लेकिन व्यापारिक गतिविधि चलती रही. ये बिल्डिंग आज भी कागजों में सील चल रही है.