हाथरस गैंगरेप केस में अब आम आदमी पार्टी (AAP) भी योगी सरकार के विरोध में सामने आकर पूरी तरह से मोर्चा खोलने की तैयारी में है. यही वजह है कि आम आदमी पार्टी से राज्यसभा सांसद और उत्तर प्रदेश प्रभारी संजय सिंह खुद कल सोमवार को हाथरस पहुंच रहे हैं. साथ ही कहा कि मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट के सिटिंग जज की निगरानी में सीबीआई से कराई जाए.
वाराणसी में आज रविवार को कार्यकर्ता संवाद कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने योगी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि योगीराज बेटियों के लिए कब्रगाह बन गया है. हाथरस की यह घटना कोई पहली घटना नहीं है बल्कि सीरीज के तौर पर पूरे उत्तर प्रदेश में घटनाएं लगातार घटित हुई हैं.
सरकार दरिंदों के साथ खड़ीः संजय सिंह
उन्होंने कहा कि आए दिन यूपी में बेटियों के साथ बलात्कार की घटनाएं और उनकी नृशंस हत्या हो रही हैं. अभी कानपुर के एक दलित बेटी की लाश कई टुकड़ों में कटी मिली है और उसके बाद यह सरकार जिस तरह से कार्रवाई करती है, उससे यह बहुत स्पष्ट हो जाता है कि सरकार की मंशा दरिंदों के साथ खड़े होने की है ना कि पीड़ित के साथ.
हाथरस केस में एफआईआर दर्ज होने में हुई देरी पर निशाना साधते हुए संजय सिंह ने कहा कि 8 दिन तक हाथरस के मामले में एफआईआर दर्ज नहीं होता और न ही ठीक से इलाज मिल पाता है. बेटी की मौत हो जाती है तो प्रशासन रात में 2 बजे पेट्रोल छिड़ककर अंतिम संस्कार कर देता है और साक्ष्य जला दिए जाने के बाद सारे सबूत मिटा दिए जाने के बाद एडीजी लॉ एंड ऑर्डर कहते हैं कि रेप तो हुआ ही नहीं है. इसका मतलब कि योगी उस परिवार को इंसाफ देना ही नहीं चाहते हैं.
'योगी से संभल नहीं रहा यूपी'
उन्होंने योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पूरे गांव को छावनी बना कर रखा है. कोई भी जा रहा है उसे लाठियों से पीटा जा रहा है. परिवार को बंधक बनाया गया. उनका फोन छीना जा रहा है. बेटी के पिता को मारा गया. योगी से उत्तर प्रदेश संभल नहीं रहा है. आए दिन बेटियों के साथ अपराध की घटनाएं हो रही हैं. अब उनको अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए.
सांसद संजय सिंह ने आगे कहा कि आज उनकी पार्टी के एक विधायक सुरेंद्र सिंह ने जिस तरह का बयान दिया है, उससे बीजेपी की मानसिकता स्पष्ट हो जाती है. वह विधायक कह रहा है कि उस दलित परिवार को अपनी बेटी को संस्कार देना चाहिए. जिन्होंने दरिंदगी की उन्हें संस्कार देने की जरूरत नहीं है, बल्कि उस बेटी को संस्कार देने की बात की जा रही है. जो पार्टी चिन्मयानंद के साथ खड़ी होगी, कुलदीप सिंगर के साथ खड़ी होगी, जो पार्टी हाथरस के दरिंदों के साथ खड़ी होगी उससे न्याय की उम्मीद नहीं है.
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने यह मांग की कि हाथरस मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट के सिटिंग जज की निगरानी में सीबीआई करे. अन्यथा इस मामले में न्याय मिलना बहुत मुश्किल है.
उन्होंने कहा कि हाथरस केस में डीएम सस्पेंड नहीं होता है जो जबरदस्ती शव जलवाता है. परिवार को धमकाता है और मीडिया से बदतमीजी भी करता है. इसके पीछे क्या कारण है? हाथरस डीएम के पास सीएम योगी का राज है. वह पोल खोलकर रख देगा कि ऊपर से किसकी किसकी पैरवी आई थी. किन-किन दरिंदों के खिलाफ कार्रवाई करने से मना किया गया था? वह सारी पोल खोलकर रख देगा. इसलिए उसकी भी जांच होनी चाहिए. उसका फोन जब्त होना चाहिए.
'DM का भी नार्को टेस्ट हो'
संजय सिंह ने कहा कि परसों एक बहुत ही गैरकानूनी आदेश योगी सरकार ने दिया है और कहा कि पीड़ित परिवार का नार्को टेस्ट कराया जाए. नार्को टेस्ट कोर्ट कराता है. कौन सी बेचैनी है योगी जी कि आप नार्को टेस्ट पीड़ित परिवार का कराने पर तुले हुए हैं? और आपको तो अधिकार भी नहीं है. आप लोग का नार्को टेस्ट कब होगा? उस डीएम का नार्को टेस्ट कब होगा उसके खिलाफ कार्रवाई कब होगी?
उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं पर भी हाथरस जाने के दौरान लाठियां चलाई गई. कल मैं स्वयं परिवार से मिलने जा रहा हूं और अपने प्रतिनिधिमंडल के साथ हम इस लड़ाई में गुड़िया के साथ खड़े हैं. उत्तर प्रदेश में अन्य जगहों पर भी घटनाएं हुई हैं हम सभी सड़क से लेकर संसद तक उनकी लड़ाई लड़ेंगे.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के हाथरस जाने के सवाल के जवाब में संजय सिंह ने कहा कि हमारे पार्टी के तमाम कार्यकर्ता वहां पहले भी जा चुके हैं और मैं कल सोमवार को खुद हाथरस जा रहा हूं. महत्वपूर्ण यह नहीं है कि कौन जा रहा है या नहीं? हम याद दिलाते हैं कि हम उनके साथ खड़े हैं और संघर्ष कर रहे हैं यह महत्वपूर्ण है.