प्रवर्तन निदेशालय ने आज मंगलवार को ABG Shipyard के दो दर्जन से ज्यादा ठिकानों पर छापे मारे हैं. बता दें कि ये मामला भारत के सबसे बड़े बैंक घोटाले से जुड़ा है. ABG Shipyard पर कई बैंकों से 22 हजार करोड़ से ज्यादा का फ्रॉड करने का आरोप है.
ABG Shipyard मुंबई, पुणे और सूरत में स्थित 25 ठिकानों पर छापेमारी जारी है. मिली जानकारी के मुताबिक, प्रवर्तन निदेशालय ने ABG Shipyard के डायरेक्टर ऋषि अग्रवाल, संथानम मुथुस्वामी और अश्विनी कुमार के ठिकानों पर भी छापे मारे हैं. ऋषि अग्रवाल शशि रुइया और रवि रुइया के भांजे हैं. रुइया बंधू एस्सार ग्रुप (Essar Group) के मालिक हैं.
एबीजी भारत के सबसे बड़े प्राइवेट शिपयार्ड फर्मों में से एक है. कंपनी जहाज बनाने और उसे रिपेयर करने का काम करती है. कंपनी 16 साल में 165 से ज्यादा जहाज बना चुकी है, जिसमें से 45 दूसरे देशों के लिए बनाए हैं. ये नौसेना और कोस्टगार्ड के लिए भी जहाज बना चुकी है. कंपनी के सूरत शिपयार्ड में 18,000 डेड वेट टन और दाहेज शिपयार्ड में 1,20,000 डेड वेट टन की क्षमता है.
इसपर 28 बैंकों से 22,842 करोड़ रुपये का घोटाला करने का आरोप है. इसे भारत में अबतक का सबसे बड़ा बैंक घोटाला बताया जाता है. इससे पहले तक पंजाब नेशनल बैंक वाले घोटाले (13 हजार 570 करोड़) को सबसे बड़ा माना जाता था, जिसमें मेहुल चोकसी और नीरव मोदी का नाम आया था.
एबीजी शिपयार्ड ने 28 बैंकों से की धोखाधड़ी
एबीजी शिपयार्ड लिमिटेड पर 28 बैंकों से करीब 23 हजार करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने का आरोप है. इसमें 7 हजार 89 करोड़ रुपये ICICI बैंक, 3 हजार 634 करोड़ IDBI, 2 हजार 925 करोड़ SBI, 1 हजार 614 करोड़ बैंक ऑफ बड़ौदा, 1 हजार 244 करोड़ PNB और 1 हजार 228 करोड़ इंडियन ओवरसीज के बकाया हैं. यानी, इन 6 बैंकों के ही 17 हजार 734 करोड़ रुपये बकाया है. इनके अलावा 22 और बैंकों के 5 हजार 108 करोड़ रुपये बकाया है.