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ABG Shipyard Scam: 22,842 करोड़ का बैंक फ्रॉड करने वाली कंपनी सिर्फ 8 लाख में खरीदी थी, जानें कौन हैं ऋषि अग्रवाल

ABG Shipyard Fraud Case: एबीजी शिपयार्ड लिमिटेड के चेयरमैन ऋषि अग्रवाल से सीबीआई ने 22,842 करोड़ रुपये के बैंक घोटाले के मामले में पूछताछ की. इस मामले में ऋषि अग्रवाल के खिलाफ 7 फरवरी को केस दर्ज किया गया था.

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ऋषि अग्रवाल (फाइल फोटो)
ऋषि अग्रवाल (फाइल फोटो)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • अमेरिका की पर्ड्यू यूनिवर्सिटी से पढ़ें हैं ऋषि अग्रवाल
  • मार्च 1985 में शुरू हुई थी एबीजी शिपयार्ड कंपनी

ABG Shipyard Fraud Case: देश के सबसे बड़े बैंक घोटाले को अंजाम देने का आरोप झेल रहे ऋषि अग्रवाल (Rishi Agarwal) से CBI ने घंटों पूछताछ की. ऋषि अग्रवाल एबीजी शिपयार्ड लिमिटेड के चेयरमैन हैं. उन पर 28 बैंकों के साथ 22 हजार 842 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने का आरोप है. इस मामले में उनके खिलाफ 7 फरवरी को CBI ने केस दर्ज किया था.

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ऋषि अग्रवाल मुंबई में रहते हैं. कांग्रेस का आरोप है कि ऋषि अग्रवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करीबी हैं. कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि अक्टूबर 2007 में एबीजी शिपयार्ड को 1.21 लाख वर्ग मीटर की जमीन आधे दम में दी गई थी. कांग्रेस ने ये आरोप CAG रिपोर्ट के आधार पर लगाए थे.

15 मार्च 1985 में शुरू हुई एबीजी शिपयार्ड जहाज बनाने और मरम्मत करने का काम करती है. इसका रजिस्टर्ड ऑफिस गुजरात के अहमदाबाद में है. एबीजी शिपयार्ड लिमिटेड एबीजी ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी है. इसका शिपयार्ड गुजरात के दाहेज और सूरत में है.

ऋषि अग्रवाल शशि रुइया और रवि रुइया के भांजे हैं. रुइया बंधू एस्सार ग्रुप (Essar Group) के मालिक हैं. 

8 लाख में खरीदी कंपनी, बाद में एबीजी शिपयार्ड बनी

1966 में ऋषि अग्रवाल का जन्म कोडरमा में हुआ था, जो झारखंड में पड़ता है. लेकिन उनका सपना मुंबई आने का था. ऋषि ने अमेरिका की पर्ड्यू यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया. अग्रवाल शिपिंग से जुड़ा बिजनेस करना चाहते थे. उन्होंने आरएस नकारा से मगडाला शिपयार्ड 8 लाख रुपये में खरीद ली. बाद में इसी का नाम एबीजी शिपयार्ड पड़ा. रिपोर्ट के मुताबिक, अग्रवाल को पहला ऑर्डर उनके मामा ने ही दिया था.

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एबीजी शिपयार्ड लिमिटेड देश की सबसे बड़ी निजी शिपयार्ड फर्म रही है. कंपनी 16 साल में 165 से ज्यादा जहाज बना चुकी है, जिसमें से 45 दूसरे देशों के लिए बनाए हैं. ये नौसेना और कोस्टगार्ड के लिए भी जहाज बना चुकी है. कंपनी के सूरत शिपयार्ड में 18,000 डेड वेट टन और दाहेज शिपयार्ड में 1,20,000 डेड वेट टन की क्षमता है.

ये भी पढ़ें-- ABG banking fraud: 15 साल पहले गुजरात में CAG रिपोर्ट से लेकर 28 बैंकों से चीटिंग तक... देश के सबसे बड़े बैंकिंग फ्रॉड में अबतक क्या-क्या हुए खुलासे

ऋषि अग्रवाल पर क्या लगे हैं आरोप?

ऋषि अग्रवाल एबीजी शिपयार्ड कंपनी के चेयरमैन और एमडी हैं. ऋषि अग्रवाल पर कारोबार के नाम पर कर्ज लेकर उसका गलत इस्तेमाल करने का आरोप है. CBI के मुताबिक, 28 बैंकों से 22 हजार 842 करोड़ रुपये का घोटाला करने का आरोप है.

CBI ने ऋषि अग्रवाल के अलावा कंपनी के एमडी संथान मुथुस्वामी और तीन डायरेक्टर अश्विनी कुमार, सुशील कुमार अग्रवाल और रवि विमन नेवेतिया के खिलाफ भी केस दर्ज किया है. सभी आरोपियों के खिलाफ CBI ने आपराधिक साजिश, धोखाधड़ी और आपराधिक विश्वासघात के केस दर्ज किए हैं. 

किस बैंक की कितनी रकम बकाया?

एबीजी शिपयार्ड लिमिटेड पर 28 बैंकों से करीब 23 हजार करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने का आरोप है. इसमें 7 हजार 89 करोड़ रुपये ICICI बैंक, 3 हजार 634 करोड़ IDBI, 2 हजार 925 करोड़ SBI, 1 हजार 614 करोड़ बैंक ऑफ बड़ौदा, 1 हजार 244 करोड़ PNB और 1 हजार 228 करोड़ इंडियन ओवरसीज के बकाया हैं. यानी, इन 6 बैंकों के ही 17 हजार 734 करोड़ रुपये बकाया है. इनके अलावा 22 और बैंकों के 5 हजार 108 करोड़ रुपये बकाया है.

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क्यों इसे सबसे बड़ा फ्रॉड कहा जा रहा है?

- एबीजी शिपयार्ड : देश का सबसे बड़ा बैंक फ्रॉड कहा जा रहा है. इसमें 28 बैंकों से 22 हजार 842 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने का आरोप है. 

- नीरव मोदी : जनवरी 2018 में नीरव मोदी (Nirav Modi) का मामला सामने आया था. उसमें पंजाब नेशनल बैंक (PNB) से 13 हजार 570 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का केस कर्ज किया गया था.

- विजय माल्या : जुलाई 2015 में कारोबारी विजय माल्या (Vijay Mallya) का मामला सामने आया था. ये घोटाला 9 हजार करोड़ रुपये की धोखाधड़ी से जुड़ा था. इसमें 17 बैंकों से धोखाधड़ी हुई थी.

 

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