महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप के मालिक सौरभ चंद्राकर को दुबई में हिरासत में लेने के बाद 'घर में नजरबंद' कर दिया गया है. ये जानकारी मिलने के बाद प्रवर्तन निदेशालय समेत भारतीय जांच एजेंसियां अलर्ट हो गई हैं. भारतीय एजेंसियां सौरभ चंद्राकर को भारत लाने के लिए राजनयिक चैनलों के साथ काम कर रही हैं.
जानकारी के मुताबिक प्रवर्तन निदेशालय इस करोड़ों रुपये के मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जल्द ही एक नया आरोप पत्र भी दाखिल कर सकता है. सट्टेबाजी और गेमिंग ऐप के एक अन्य प्रमोटर रवि उप्पल के खिलाफ ED के कहने पर इंटरपोल ने रेड नोटिस जारी किया था. उसे स्थानीय अधिकारियों ने रेड नोटिस के आधार पर हिरासत में लिया गया था. अब सौरभ चंद्राकर के खिलाफ एक्शन लिया गया है.
सूत्रों ने कहा कि दुबई में चंद्राकर के ठिकाने की जानकारी भारत की केंद्रीय एजेंसी को दी गई है. भारतीय एजेंसियां राजनयिक चैनलों के माध्यम से रवि उप्पल और सौरभ चंद्राकर के निर्वासन या प्रत्यर्पण के लिए बात कर रही हैं. इस केस की तहकीकात के लिए सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल से पूछताछ काफी जरूरी है. दोनों के छत्तीसगढ़ और अन्य राज्यों में राजनीतिक संबंध भी बताए जा रहे हैं.
ईडी ने इस मामले में पिछले महीने छत्तीसगढ़ से गिरफ्तार किए गए दो आरोपी कैश कूरियर असीम दास और पुलिस कांस्टेबल भीम यादव के खिलाफ नई चार्जशीट (सप्लीमेंट्री) दाखिल करने वाली है. ईडी ने रायपुर के PMLA स्पेशल कोर्ट में पहली चार्जशीट दायर की थी. इसमें सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल के साथ कुछ अन्य लोगों को भी नामित किया था.
इस आरोप पत्र में सौरभ चंद्राकर के चाचा दिलीप चंद्राकर के बयान का हवाला दिया गया था कि 2019 में सौरभ के दुबई जाने से पहले वह छत्तीसगढ़ के भिलाई में अपने भाई के साथ 'जूस फैक्ट्री' नाम से जूस की दुकान चलाता था.
ईडी ने दावा किया कि सौरभ चंद्राकर की शादी फरवरी 2023 में UAE में हुई थी और इस कार्यक्रम के लिए लगभग 200 करोड़ रुपये खर्च किए गए थे, जिसमें उनके रिश्तेदारों को भारत से दुबई ले जाने के लिए निजी जेट किराए पर लिए गए थे और मशहूर हस्तियों को परफॉर्मेंस करने के लिए पेमेंट किया गया था. वहीं, 43 साल के रवि उप्पल को पिछले हफ्ते दुबई में हिरासत में लिया गया था.