दिल्ली में ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा के पीछे पंजाब के एक्टर और सिंगर दीप सिद्धू का नाम सामने आ रहा है. किसान नेता आरोप लगा रहे हैं कि दीप सिद्धू ने ही प्रदर्शनकारियों को हिंसा के लिए भड़काया. भारतीय किसान यूनियन हरियाणा के प्रमुख गुरनाम सिंह चढूनी ने दीप सिद्धू पर प्रदर्शनकारियों को उकसाने और गुमराह करने का आरोप लगाया.
गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि दीप सिद्धू ही प्रदर्शनकारियों को लाल किले तक ले गया. किसान कभी भी वहां जानने के पक्ष में नहीं थे. गुरनाम सिंह चढूनी के अलावा स्वराज पार्टी के योगेंद्र यादव ने भी दीप सिद्धू पर आरोप लगाए हैं. योगेंद्र यादव ने कहा कि दीप सिद्धू कई दिनों से आंदोलन को भड़काने की कोशिश कर रहा था. वो बीजेपी से जुड़ा हुआ है.
योगेंद्र यादव ने कहा कि दीप सिद्धू बीजेपी सांसद सन्नी देओल का चुनाव मे एजेंट रह चुका है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ इसकी कई तस्वीरें भी हैं. दिल्ली पुलिस को हमने इसके बारे में कई बार बताया था, मगर कोई कार्रवाई नहीं हुई. उसकी तस्वीरें सामने आने के बावजूद उसे गिरफ्तार नहीं किया गया. योगेंद्र यादव ने कहा कि ऐसे में लगता है दिल्ली हिंसा के पीछे कोई साजिश है.
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कांग्रेस के लोकसभा सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने भी दावा किया कि वो दीप सिद्धू ही है जिसने लाल किले पर झंडा फहराया था. वो प्रतिबंधित संगठन सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) का सदस्य है. घटना के बाद दीप सिद्धू ने फेसबुक लाइव करते हुए दावा किया हमने लाल किले पर सिर्फ निशान साहिब ही फहराया और विरोध करना तो हमारा लोकतांत्रिक अधिकार है. हमने तिरंगे को नहीं हटाया था.
बता दें कि किसानों द्वारा गणतंत्र दिवस पर निकाली गई ट्रैक्टर परेड के दौरान कई जगह पुलिस और किसानों के बीच टकराव हुआ. दिल्ली पुलिस ने कुछ अहम शर्तों के साथ किसानों को ट्रैक्टर परेड निकालने की अनुमति दी थी, लेकिन मंगलवार की सुबह जब किसान ट्रैक्टरों के साथ दिल्ली की सीमाओं पर पहुंचे, तो सारे नियम टूटते नजर आए. बैरिकेडिंग तोड़ते हुए प्रदर्शनकारियों ने जमकर उत्पात मचाया. पहले प्रदर्शनकारी किसानों की ITO पर पुलिस के साथ झड़प हुई. इसके बाद प्रदर्शनकारी पुलिस को चकमा देते हुए लाल किले में दाखिल हो गए, जहां पर उन्होंने झंडा भी फहराया.
NIA भेज चुकी है समन
दीप सिद्धू और उनके भाई मनदीप को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) पूछताछ के लिए दिल्ली तलब की थी. दीप सिद्धू किसान आंदोलन से जुड़े हैं और प्रदर्शनकारी किसानों का समर्थन कर रहे हैं. एनआईए के ऑफिसर ने दोनों भाइयों से सिख फॉर जस्टिस नाम के अलगाववादी संगठन के खिलाफ दायर एक केस के बारे में पूछताछ की थी.
तब दीप सिंह सिद्धू ने कहा था कि उनका सिख फॉर जस्टिस नाम के किसी संगठन से कोई लेना-देना नहीं है. उन्होंने कहा कि एनआईए के जरिए समन भेजकर केंद्र किसानों का साथ दे रहे लोगों को धमकाना चाहती है.