कांग्रेस के टिकट पर यूपी विधानसभा चुनाव लड़ चुकीं एक्ट्रेस अर्चना गौतम ने आंध्र प्रदेश के तिरुपति बालाजी मंदिर प्रबंधन पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. अर्चना ने आरोप लगाए हैं कि जब वे दर्शन करने के लिए मंदिर पहुंचीं तो रसीद होने के बाद भी उन्हें टिकट नहीं दिया गया.
अर्चना के मुताबि, उनसे VIP दर्शन के नाम पर 10 हजार रुपए मांगे गए. उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट से मंदिर में मोबाइल के जरिए शूट किया गया एक वीडियो भी शेयर किया है. हालांकि, मंदिर प्रबंधन ने ट्वीट कर अर्चना के आरोपों का खंडन किया है.
अर्चना ने क्या आरोप लगाए?
1. रसीद होने के बाद भी मंदिर स्टाफ ने टिकट नहीं दिया.
2. 10 हजार रुपए का VIP टिकट खरीदने के लिए कहा गया.
3. मंदिर प्रबंधन के स्टाफ ने बदसलूकी की.
रोते हुए रिकॉर्ड किया Video
तिरुपति बालाजी मंदिर में टिकट को लेकर हुई गहमा-गहमी का अर्चना ने एक वीडियो शेयर किया. वीडियो में नजर आ रहा है कि जैसे ही अर्चना वीडियो बनाना शुरू करती हैं, कोई उन्हें रोकने की कोशिश करता है. लेकिन अर्चना वीडियो बनाना जारी रखती हैं.
आंध्र प्रदेश सरकार से की अपील
अर्चना रोते हुए कहती हैं. गाइज, मैं यहां बालाजी दर्शन के लिए आई हूं. मैंने टिकट के लिए रसीद ली हुई है. इन लोगों ने मुझे नहीं बताया कि कल टिकट मिलेगा. अर्चना कहती हैं कि मेरे पास रसीद है. लेकिन ये लोग टिकट नहीं दे रहे हैं. ये लोग मुझसे 10 हजार रुपए मांग रहे हैं. तब जाकर ये मुझे बालाजी के दर्शन करने देंगे. एक्ट्रेस आखिर में कहती हैं कि भगवान आपको सजा देगा. मैं आंध्र प्रदेश की सरकार से निवेदन करती हूं कि वो आकर ये सब देखे.
मंदिर प्रबंधन ने दी सफाई
अर्चना के आरोपों का तिरुपति बालाजी मंदिर प्रबंधन (Tirumala Tirupati Devasthanams) ने खंडन किया है. मंदिर प्रबंधन ने कहा है कि अभिनेत्री अर्चना गौतम का मंदिर के कर्मचारियों पर हमला निंदनीय है. मंदिर प्रबंधन ने कहा,'अभिनेत्रा अर्चना गौतम शिवकांत तिवारी सहित 7 लोगों के साथ दर्शन के लिए 31 अगस्त को आईं थीं.'
साथ लाईं थी सिफारिशी पत्र
अर्चना अपने साथ केंद्रीय सहायक मंत्री का सिफारिशी पत्र भी लाई थीं. शिवकांत तिवारी के मोबाइल नंबर पर 300 रुपये का दर्शन टिकट स्वीकृत करने का संदेश भेजा गया, लेकिन उन्होंने इसे स्वीकार नहीं किया और अपर कार्यालय चले गए.
टिकट लेने से कर दिया इनकार
मंदिर प्रबंधन के मुताबिक, टिकट खरीदने का समय पहले खत्म हो गया था. ये बताने पर अर्चना गौतम ने अपना आपा खो दिया और कर्मचारियों के साथ दुर्व्यवहार किया. शिवकांत ने उन्हें रोकने की कोशिश नहीं की. कर्मचारी ने उनका विवरण लेकर दूसरी बार 300 रु. के टिकट जारी किए. लेकिन अर्चना गौतम ने उन्हें लेने से इनकार कर दिया.
थाने में दर्ज कराई झूठी शिकायत
TTD प्रबंधन के मुताबिक, टू टाउन थाने में हमारे कर्मचारियों के खिलाफ बदसलूकी की झूठी शिकायत की. हमारे कर्मचारी ने उन्हें सिर्फ सलाह दी थी कि अगर वे 1 सितंबर को वीआईपी दर्शन करना चाहती हैं तो 10,500 रुपये का वीआईपी टिकट ले सकती हैं. लेकिन उन्होंने ये समझ लिया कि उनसे रिश्वत मांगी जा रही है.
कौन हैं अर्चना गौतम?
अर्चना गौतम एक एक्ट्रेस और मॉडल हैं. उन्होंने 2015 में बॉलीवुड में डेब्यू किया था. वे कई टीवी-प्रिंट विज्ञापनों में काम कर चुकी हैं. अर्चना की पहली हिंदी फिल्म ग्रेट ग्रैंड मस्ती थी. इसके बाद वो फिल्म हसीना पारकर, बारात कंपनी, जंक्शन वाराणसी में नजर आईं. हिंदी फिल्मों के अलावा अर्चना ने तेलुगू और तमिल फिल्मों में भी काम किया.
कांग्रेस के टिकट पर लड़ा था चुनाव
अर्चना मिस बिकिनी इंडिया (2018) की विनर रह चुकी हैं. अर्चना ने मिस कॉसमॉस वर्ल्ड (2018) में भारत का प्रतिनिधित्व भी करके मोस्ट टैलेंट (2018) का उप खिताब जीता था. अर्चना ने 2022 में उत्तर प्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव में हस्तिनापुर विधानसभा सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा था. हालांकि उन्हें सिर्फ 1519 वोट मिले थे. उनका जन्म 1 सितंबर 1995 मेरठ में हुआ था.
मंदिर प्रबंधन बोला- दर्शन करने दिए
मंदिर प्रबंधन के मुताबिक, शुक्रवार को अभिषेक होने के कारण अधिक समय लगता है. इसलिए प्रबंधन मंगलवार और शुक्रवार को 'ब्रेक दर्शन पत्र' स्वीकार नहीं करता है. अर्चना ने शुक्रवार सुबह के लिए आवेदन किया था, इसलिए दर्शन की इजाजत नहीं दी गई. उन्होंने टीटीडी कार्यालय पहुंचर हलचल की, कर्मचारियों को भी धक्का दिया. हालांकि उन्हें दर्शन करने दिए गए.