24 जनवरी को एक रिपोर्ट प्रकाशित हुई. अदानी ग्रुपः हाउ द वर्ल्ड्स थर्ड रिचेस्ट मैन इज़ पुलिंग द लार्जेस्ट कॉन इन कॉर्पोरेट हिस्ट्री' नाम से. बात हो रही है अमेरिका की फाइनेंशियल फ़ॉरेंसिक रिसर्च कंपनी हिंडनबर्ग की जो भारतीय मीडिया में लगातार सुर्खियां बटोर रही है. कोई हिन्डनबर्ग की आलोचना कर रहा है तो कोई अडानी की. लेकिन जो नतीजा हुआ वो अडानी के हित मे नहीं था.वजह है उसकी रिपोर्ट में शामिल वो 88 सवाल, जो उसने अदानी ग्रुप से पूछे हैं. ये सवाल सीधे सीधे अदानी ग्रुप की कॉर्पोरेट गवर्नेंस पर निशाना साधते हैं. रिपोर्ट के सामने आने के बाद अडानी ग्रुप की लिस्टेड कंपनियों के शेयरों में भारी उथल-पुथल नजर आई. गिरावट ने इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर LIC के हजारों करोड़ रुपये डुबो दिए. मतलब साफ था कि हिंडेनबर्ग की रिपोर्ट ने मार्केट के सेंटिमेंट को बुरी तरह से प्रभावित किया है. बाद में इस रिपोर्ट पर अडानी ग्रुप की सफाई भी आई. अडानी समूह ने रिपोर्ट को भारत पर सोची-समझी साजिश के तहत हमला बताया. ग्रुप ने 413 पन्नों का जवाब जारी किया है, जिसमें लिखा है कि अडाणी समूह पर लगाए गए सभी आरोप झूठे हैं. ग्रुप ने यह भी कहा कि इस रिपोर्ट का असल मकसद अमेरिकी कंपनियों के आर्थिक फायदे के लिए नया बाजार तैयार करना है. क्या कहा गया है इस रिपोर्ट में और जो एक वर्ग इस रिपोर्ट को प्रोपेगैंडा बता रहा है,- कितना दम है इस बात में? 'आज का दिन' में सुनने के लिए क्लिक करें.
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सात सितंबर, 2022 को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू हुई भारत जोड़ो यात्रा कल आधिकारिक तौर पर ख़तम हो गई. वैसे इस यात्रा का विराम आज था लेकिन सुरक्षा कारणों से प्रशासन ने इसकी मंजूरी नहीं दी. राहुल ने श्रीनगर के लाल चौक पर तिरंगा फहराया. क़रीब 5 महीनों से कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कई राज्यों से होते हुए क़रीब 3750 किलोमीटर की पदयात्रा की है. हालांकि ख़ुद राहुल गांधी और कांग्रेस मीडिया प्रभारी जयराम रमेश कहते रहें हैं कि भारत जोड़ो यात्रा को चुनावी राजनीति से जोड़ कर नहीं देखा जाना चाहिए. लेकिन एक बहुत फेमस कोट भी है कि अराजनीतिक होने का दावा भी राजनीतिक होता है, फिर राहुल तो राजनेता ही हैं. देश मे अगले साल लोकसभा के चुनाव होंगे और राहुल विपक्ष के वो नेता हैं जो पूरे भारत को कदमों से नाप कर आए हैं. कैसा रहा उनका 5 महीनों का ये सफ़र और इस दौरान राहुल का राजनीतिक कद किस तौर पर बना या बिगड़ा? 'आज का दिन' में सुनने के लिए क्लिक करें.
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कल इंडिया ने वीमेंस अंडर 19 वर्ल्ड कप जीत लिया. ये प्रतियोगिता पहली ही बार आयोजित हुई , भारत ने पहली बार जीत लिया. भारत ने फाइनल मुकाबले में इंग्लैंड पर 7 विकेट से जोरदार जीत दर्ज की. अर्चना देवी,टिटास साधु ये दो उन गेंदबाजों के नाम हैं जो जीत की ज़रूरी वजह बने. इस टीम की कप्तान शेफाली वर्मा थी, जिनका प्रदर्शन इस टूर्नामेंट में शानदार रहा. बीसीसीआई ने इस विजेता टीम को पांच करोड़ देने का ऐलान किया है. ये जीत अहम यूँ भी है कि इसी साल महिला आईपीएल भी होना है, ऐसे में यहाँ चमके ये सितारे वहाँ भी उजाले लेकर पहुंचेंगे. एक टीम के तौर पर पूरे टूर्नामेंट में कैसा प्रदर्शन रहा,
टुनामेंट में कौन कौन से प्लेयर रहे जिन्होंने सबसे ज़्यादा प्रभावित किया? 'आज का दिन' में सुनने के लिए क्लिक करें.