
अडानी मुद्दे को लेकर विपक्ष ने सरकार पर हल्ला बोल दिया है. एक तरफ विपक्षी सांसद संसद के दोनों सदनों में अडानी मुद्दे की जेपीसी जांच की मांग को लेकर नारेबाजी और हंगामा कर रहे हैं वहीं दूसरी तरफ विपक्ष सड़क पर आकर भी सरकार को घेर रहा है. गुरुवार को लोकसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल और राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक स्थगित होने के बाद भी विपक्षी सांसद सड़क पर उतर आए.
विपक्षी दलों के सांसदों ने संसद भवन से विजय चौक तक तिरंगा मार्च निकाला. विपक्षी सांसदों के इस मार्च का नेतृत्व कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने किया. कांग्रेस पार्टी ने तिरंगा मार्च का वीडियो ट्वीट कर केंद्र सरकार पर हमला बोला है. कांग्रेस ने अडानी मुद्दे को घोटाला बताते हुए कहा है कि इसे लेकर सवाल से मोदी सरकार डरी हुई है.
कांग्रेस पार्टी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से किए गए ट्वीट में ये भी कहा गया है कि मोदी सरकार अडानी मुद्दे की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) का गठन करना नहीं चाहती. कांग्रेस पार्टी के मुताबिक अडानी मुद्दे पर जेपीसी गठित करने की मांग को लेकर विपक्ष ने राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ संसद से विजय चौक तक तिरंगा मार्च निकाला.
अडानी मुद्दे को लेकर संसद भवन से विजय चौक तक निकले तिरंगा मार्च में 18 विपक्षी दलों के सांसद शामिल हुए. इस तिरंगा मार्च में संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) की चेयरपर्सन सोनिया गांधी भी नजर आईं.
संसद में भी अडानी मुद्दे पर शोर
इससे पहले विपक्ष के सांसदों ने संसद के दोनों सदनों में भी अडानी मुद्दे को लेकर हंगामा किया, नारेबाजी की. विपक्षी सांसदों ने संसद के दोनों सदनों में वी वांट जेपीसी, अडानी को बचाना बंद करो और मोदी-अडानी भाई-भाई के नारे लगाए. विपक्ष के हंगामे के कारण लोकसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई. वहीं, राज्यसभा भी नहीं चल पाई और कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ी.
लोकतांत्रिक तरीके से लड़ना हमारा काम- खड़गे
इससे पहले, कांग्रेस के अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने अडानी मुद्दे की जेपीसी जांच की मांग को लेकर कहा कि लोकतंत्र में लोकतांत्रिक तरीके से लड़ना हमारा काम है. उन्होंने केंद्र पर हमला बोलते हुए कहा कि सरकार अगर नहीं मानती है तो ये हठधर्मी सरकार है.राज्यसभा में विपक्ष के नेता ने कहा कि लोकतंत्र को अगर आप जिंदा रखना चाहते हैं तो विपक्ष की बात भी सुननी पड़ेगी. सरकार को हमेशा सकारात्मक रहते हुए प्रतिक्रिया देनी चाहिए.