पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव के बाद हुई हिंसा को लेकर कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने सीएम ममता बनर्जी को पत्र लिखा है. अधीर रंजन चौधरी ने पत्र में लिखा कि मैं आपका ध्यान आकर्षित करना चाहूंगा कि हर बार पंचायत चुनाव से पहले और बाद में पश्चिम बंगाल में अभूतपूर्व हिंसा, हत्याएं और खून-खराबा होता है.
इस हिंसा के बावजूद, जहां भी कांग्रेस के उम्मीदवार जीते हैं (पंचायत), पुलिस/राजनीतिक नेता/गुंडे उन पर हत्या और अन्य आरोप लगाकर उन्हें धमका रहे हैं और इस प्रकार खुद को टीएमसी की सदस्यता स्वीकार करके आत्मसमर्पण के माध्यम से अपनी जान बचाने के लिए मजबूर कर रहे हैं.
यदि यह अनियंत्रित होता रहा तो आने वाले दिनों में यह एक भयानक आयाम ग्रहण करेगा, जो देश के साथ-साथ पश्चिम बंगाल के लोकतांत्रिक स्वास्थ्य पर भी असर डालेगा.
कांग्रेस नेता ने पत्र में लिखा कि निर्वाचित विपक्षी उम्मीदवारों को कभी बंदूक की नोंक पर और कभी फर्जी मामलों में फंसाकर पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ दल में शामिल होने के लिए मजबूर करके लोगों के जनादेश का अपमान करने का कोई कारण नहीं है. नबाग्राम में एक व्यक्ति को पुलिस ने पीट-पीटकर मार डाला था. जब पुलिस ही हत्यारी बन जाए तो लोग सुरक्षा के लिए कहां जाएंगे?
अधीर रंजन चौधरी ने लिखा, क्या मैं आपसे पूछ सकता हूं मैडम, 'क्या यह पश्चिम बंगाल राज्य में चुनाव जीतने का सभ्य तरीका है,' जहां आप एक दशक से अधिक समय से माननीय मुख्यमंत्री हैं!
मैं आपसे ईमानदारी से अनुरोध करूंगा कि टीएमसी के प्रभुत्व पर एकाधिकार स्थापित करने के लिए अन्य पार्टी के उम्मीदवारों और समर्थकों को प्रताड़ित करने, आतंकित करने और मजबूर करने के लिए पुलिस और गुंडों का इस्तेमाल करने से बचें.