हाल ही में मेघालय में कांग्रेस को तृणमूल कांग्रेस की ओर से बड़ा झटका लगा है. दरअसल, यहां पूर्व मुख्यमंत्री मुकुल सांगमा समेत कांग्रेस के 18 विधायकों में से 12 ने टीएमसी का हाथ थाम लिया है. इसके साथ ही राज्य में टीएमसी मुख्य विपक्षी दल बन गई है. इस सब उलटफेर से बुरी तरह नाराज कांग्रेस, टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी पर उनकी पार्टी में सेंध लगाने का आरोप लगा रही है. वहीं कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि हमें तो पहले ही अंदेश था कि सांगमा टीएमसी में जाएंगे क्योंकि चुनाव के समय भी उन्होंने अपने करीबी लोगों को ही टिकट दिया था.
'ममता ने शुरू कर दी है मोदी जी की दलाली'
चौधरी ने आगे ममता पर हमला बोलते हुए कहा कि 'ममता बनर्जी, मोदी जी के सामने आत्मसमर्पण कर चुकी है इसी लिए ऐसा हो रहा है. वो बस मोदी जी को खुश करने के लिए बेचन हैं. जब 6 सितंबर को ममता के भतीजे को ED के दफ़्तर में बुलाया गाय था. उसके ठीक बाद ही उन्होंने ये सब शुरू कर दिया था. डर के मारे , दहशत से उन्होंने मोदी जी की दलाली शुरू कर दी है.'
'सब प्रशांत किशोर किया धरा है'
उन्होंने आगे कहा- मैं ममता बनर्जी को चुनौती देता हूं की अगर आप में जरा सी भी नैतिकता बची हुई है तो इन लोगों को पहले TMC के नाम पर चुनाव मैं उतारिए और वे जीत गए तो औपचारिक रूप से उन्हें पार्टी में जगह दीजिए.
इसके अलावा चौधरी ने चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर को भी नहीं बख्शा. चौधरी ने कहा मैं पहले से जानता हूं कि ये सब कुछ प्रशांत किशोर और टीएमसी के नेता लुइजिन्हो फलेरियो का किया धरा है. प्रशांत किशोर तो बिजनेसमैन हैं, उनकी कोई पार्टी है नहीं, जहां पैसा वहीं धंधा. उन्होंने दावा किया कि टीएमसी की ये साजिश सिर्फ मेघालय नहीं बल्कि पूर्वोत्तर के अन्य राज्यों में भी जारी है.
मेघालय में कमजोर हुई कांग्रेस
कांग्रेस नेताओं के इस बड़े दलबदल से मेघालय में पार्टी कमजोर हो गई है. दरअसल मेघालय की 60 सदस्यों वाली विधानसभा में कुल 40 सदस्य बीजेपी के समर्थन वाले एनडीए के हैं. 18 विधायक कांग्रेस के थे जिनमें से 12 टीएमसी में चले गए और कांग्रेस की जगह टीएमसी मुख्य विपक्षी दल बन गया.