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भारत ने बढ़ाई ताकत, DRDO ने किया पिनाका रॉकेट का सफल परीक्षण

परीक्षण के बाद डीआरडीओ ने बताया कि पिनाका रॉकेट सिस्टम के एडवांस संस्करण मौजूदा पिनाका एमके-आई का स्थान लेंगे. इनका वर्तमान में उत्पादन किया जा रहा है.

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पिनाका रॉकेट सिस्टम का सफल परीक्षण
पिनाका रॉकेट सिस्टम का सफल परीक्षण
स्टोरी हाइलाइट्स
  • पिनाका का सफल परीक्षण
  • डीआरडीओ ने किया परीक्षण
  • लगातार छोड़े गए छह रॉकेट

रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) की ओर से ओडिशा तट से पिनाका रॉकेट प्रणाली के नए संस्करण का सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया है. इस दौरान रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने कहा कि लगातार छह रॉकेट छोड़े गए और परीक्षण के दौरान लक्ष्य पूरा करने में सफलता मिली.

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डीआरडीओ की ओर से किए गए ट्वीट में कहा गया, 'डीआरडीओ के जरिए विकसित पिनाका रॉकेट प्रणाली का बुधवार को ओडिशा तट के पास चांदीपुर एकीकृत परीक्षण रेंज से सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया.'

वहीं परीक्षण के बाद डीआरडीओ ने बताया कि पिनाका रॉकेट सिस्टम के एडवांस संस्करण मौजूदा पिनाका एमके-आई का स्थान लेंगे. इनका वर्तमान में उत्पादन किया जा रहा है. वहीं अधिकारियों का कहना है कि यह रॉकेट अत्याधुनिक दिशासूचक प्रणाली से लैस है, जिसके कारण यह सटीकता से लक्ष्य की पहचान कर उस पर निशाना साधने में सफलता हासिल करता है.

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पिनाका को पुणे स्थित डीआरडीओ प्रयोगशाला, आयुध अनुसंधान एवं विकास स्थापना और हाई एनर्जी मैटेरियल रिसर्च लेबोरेटरी ने डिजाइन किया है और इसे विकसित किया है. इस रॉकेट की रेंज करीब 37 किलोमीटर है. बता दें कि पिछले दो महीने में भारत ने कई मिसाइलों का परीक्षण किया है, जिनमें सतह से सतह पर मार करने में सक्षम सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस और एंटी रेडिएशन मिसाइल रूद्रम-1 भी शामिल है.

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