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काले रंग के ग्रेनाइट से बनेगी नेताजी की 28 फीट ऊंची प्रतिमा, जानिए कहां से आएगा ये पत्थर और कौन इसे तराशेगा

खास बात ये है कि 28 फीट ऊंची ग्रेनाइट से बनने वाली इस प्रतिमा को ओडिशा के प्रसिद्ध मूर्तिकार अद्वैत गडनायक बना रहे हैं. नेताजी की प्रतिमा इंडिया गेट पर बनी छतरी में लगाई जाएगी. इंडिया गेट से हाल ही में अमर जवान ज्योति को हटाकर नेशनल वॉर मेमोरियल में विलय किया गया है.

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इंडिया गेट पर लगेगी नेताजी की प्रतिमा
इंडिया गेट पर लगेगी नेताजी की प्रतिमा
स्टोरी हाइलाइट्स
  • ग्रेनाइट से बनने वाली इस प्रतिमा को ओडिशा के अद्वैत गडनायक बनाएंगे
  • काले ग्रेनाइट पत्थर से बनेगी नेताजी की मूर्ति

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में ऐलान किया है कि इंडिया गेट पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस की विशाल प्रतिमा लगाई जाएगी. पीएम ने कहा था कि यह प्रतिमा नेताजी के प्रति देश के आभार का प्रतीक होगी. खास बात ये है कि 28 फीट ऊंची ग्रेनाइट से बनने वाली इस प्रतिमा को ओडिशा के प्रसिद्ध मूर्तिकार अद्वैत गडनायक बना रहे हैं. नेताजी की प्रतिमा इंडिया गेट पर बनी छतरी में लगाई जाएगी. इंडिया गेट से हाल ही में अमर जवान ज्योति को हटाकर नेशनल वॉर मेमोरियल में विलय किया गया है. 
 
अद्वैत नई दिल्ली में राजघाट पर दांडी मार्च मूर्तिकला बनाने के लिए जाने जाते हैं. अद्वैत ने बताया कि नेताजी की प्रतिमा 28 फीट ऊंची होगी. यह जेट ब्लैक ग्रेनाइट में उकेरी जाएगी. यह पत्थर तेलंगाना के खम्मम जिले से लाया जाएगा. इसी जगह से राष्ट्रीय पुलिस स्मारक के लिए पत्थर लाया गया था. 

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जब तक नेताजी की प्रतिमा नहीं बन जाती, तब तक होलोग्राम प्रतिमा लगाई जाएगी.

अद्वैत ने कहा, मुझे बहुत खुशी है कि प्रधानमंत्री ने मुझे यह काम सौंपा. ऐसा लगता है कि इतने सालों के बाद नेताजी को उचित सम्मान मिलेगा, जिसके वे हकदार हैं. मुझे बहुत गर्व है कि मैं ओडिशा से ताल्लुक रखता हूं जहां नेताजी का जन्म हुआ और उनका बचपन बीता. 

गडनायक इससे पहले भी कई प्रमुख मूर्तियां बना चुके हैं. इनमें राजघाट पर राष्ट्रपिता की मूर्ति, महात्मा गांधी के नमक मार्च की काले संगमरमर की प्रतिमा और लंदन में प्रतिमाओं समेत कई मर्तियां शामिल हैं. 
 
ओडिशा में जन्मे गडनायक ने भुवनेश्वर के बीके कॉलेज से आर्ट में शिक्षा हासिल की. इसके बाद उन्होंने अपनी मास्टर डिग्री दिल्ली के कॉलेज ऑफ आर्ट से की. गडनायक अभी राष्ट्रीय आधुनिक कला संग्रहालय के डायरेक्टर हैं. 

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इस छतरी पर पहले जॉर्ज पंचम की प्रतिमा थी, ये 1968 से खाली है. अब इस पर नेताजी की प्रतिमा लगाई जाएगी.

 
गडनायक ने बताया कि नेताजी का करेक्टर काफी मजबूत था. ऐसे में एक कठोर पत्थर यानी ग्रेनाइट से उनकी प्रतिमा बनाने के बारे में सोचा गया. इसके अलावा काले रंग के ग्रेनाइट का इस्तेमाल इसलिए किया जा रहा है, क्योंकि काले रंग की ऊर्जा को हम महाकाली और भगवान कृष्ण जैसे देवताओं से जोड़ते हैं. इसलिए जेट ब्लैक ग्रेनाइट से नेताजी की प्रतिमा बनाना अच्छा विकल्प है. हमें खुशी है कि पीएम मोदी को ये पसंद आया. 
 
गडनायक प्रतिमा बनाने में कर्नाटक के ग्रेनाइट कारीगरों के साथ काम करेंगे. जल्द ही नई दिल्ली में इसे बनाने का काम शुरू हो जाएगी. संस्कृति मंत्रालय इसके लिए कुल 25 से 30 मूर्तिकारों का चयन करेगा. 

आजतक से बातचीत में अभिनेता और बीजद महासचिव अरिंदम रॉय ने कहा, यह कटक के हर नागरिक के लिए गर्व का क्षण है, ऐसे महान व्यक्तित्व नेताजी सुभाष चंद्र बोस का जन्म यहां हुआ. उन्होंने कहा, इंडिया गेट पर नेताजी की प्रतिमा के साथ हम ओडिशा के महान नायक के प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त कर रहे हैं. इससे आने वाली पीढ़ी को भारत के वीर सपूत के अमर योगदान को याद रखन में मदद मिलेगी. नेताजी भारत की ताकत और संकल्प के सच्चे सार हैं. 

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