भारत की सबसे बड़ी एयरोस्पेस और डिफेंस एग्जिबिशन एयरो इंडिया के 14वें सत्र का सोमवार को शुरू हो गया. पीएम नरेंद्र मोदी कार्यक्रम का उद्घाटन किया. रक्षा अधिकारियों ने कहा कि 5 दिन तक चलने वाले इस कार्यक्रम में 98 देश हिस्सा ले रहे हैं.
इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि एयरो इंडिया शो सिर्फ शो नहीं, बल्कि देश की ताकत है. उन्होंने कहा कि नई ऊंचाई आज भारत की सच्चाई है. आत्मनिर्भर होते भारत की ताकत लगातार बढ़ रही है.पीएम मोदी ने कहा कि जब कोई देश नई सोच, नई अप्रोच के साथ आगे बढ़ता है, तो उसकी व्यवस्थाएं भी नई सोच के हिसाब से ढलने लगती हैं. भारत आज एक पोटेंशियल डिफेंस पार्टनर भी है, आज देश नई ऊंचाइयों को छू भी रहा है, और उन्हें पार भी कर रहा है.
21वीं सदी का नया भारत न कोई मौका गंवाएगा न ही अपनी मेहनत में कोई कमी रखेगा. उन्होंने कहा कि हम कमर कस चुके हैं. हम हर सेक्टर में रेवोल्यूशन ला रहे हैं. जो देश दशकों तक सबसे बड़ा डिफेंस का इंपोर्टर था, वो अब दुनिया के 75 देशों को डिफेंस इक्विपमेंट एक्सपोर्ट कर रहा है. बीते 5 साल में देश का निर्यात 6 गुना बढ़ा है. 2021-22 में हमने अब तक के रिकॉर्ड 1.5 बिलियन डॉलर से ज्यादा के एक्सपोर्ट के आंकड़े को पार कर लिया है.
डिफेंस एक ऐसा क्षेत्र है जिसकी मार्केट को सबसे कॉम्प्लीकेटेड माना जाता है. लेकिन भारत ने अपने डिफेंस सेक्टर का कायाकल्प कर दिया है. हमारा लक्ष्य है डिफेंस इक्विपमेंट के एक्सपोर्ट को हम 2025 तक 1.5 बिलियन डॉलर से बढ़ाकर 5 बिलियन डॉलर तक ले जाएंगे.
#AeroIndiaShow2023 is being held in Bengaluru. PM Shri @narendramodi is gracing the inaugural ceremony with his presence. https://t.co/tzXObM29mT
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) February 13, 2023
कार्यक्रम में यूएवी सेक्टर की ग्रोथ, भविष्य की शानदार टेक्नोलॉजी पर भी खास जोर दिया जाएगा. LCA तेजस, Dornier Light Utility Helicopter और Advanced Light Helicopter को भी प्रमोट किया जाएगा. इसके साथ ही 09 रक्षा की कंपनियां भी इस कार्यक्रम में शिरकत कर रही हैं. साथ ही 32 देशों के रक्षा मंत्री भी एयरो शो में शामिल हो रहे हैं.
भारत में संयुक्त राज्य अमेरिका के राजदूत एलिजाबेथ जोन्स एयर शो में अब तक के सबसे बड़े अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगी. उन्होंने कहा कि भारत अपनी रक्षा क्षमताओं का आधुनिकीकरण कर रहा है, निश्चित रूप से हम भारत के पसंदीदा भागीदार बनना चाहते हैं. हम पारस्परिक रूप से लाभकारी सह-उत्पादन और सह-विकास साझेदारी पर तेजी से ध्यान केंद्रित कर रहे हैं.
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