केंद्र सरकार ने दो साल से कोरोना के कारण सेना भर्ती न होने से उम्र पार कर चुके युवाओं को बड़ी राहत दी है. ऐसा युवा अब अग्निपथ योजना के तहत सेना में भर्ती हो सकेंगे. दरअसल सरकार ने इस योजना के तहत उम्मीदवारों की आयु सीमा 21 साल से बढ़ाकर 23 साल कर दी है. हालांकि सरकार ने उम्र की यह सीमा केवल इस साल के लिए बढ़ाई है. अभी तक भर्ती के लिए सरकार ने साढ़े 17 साल से लेकर 21 साल तक की आयु निर्धारित की थी. मालूम हो कि पिछले दो साल से सेना में भर्ती नहीं हो रही थी. इसलिए सरकार ने सेना में भर्ती की तैयारी कर रहे 23 साल तक की आयु वाले युवाओं को अग्निपथ योजना के तहत यह मौका दिया है.
12वीं पास ही भर्ती के लिए होंगे पात्र
सेना भर्ती के लिए निर्धाारित शैक्षणिक योग्यता पूर्ववत ही रहेगी. 12वीं पास उम्मीदवार भर्ती के लिए पात्र होंगे. फिजिकल स्टैंडर्ड और फिजिकल एफिशिएंसी टेस्ट के आधार पर ही उम्मीदवारों का चयन होगा, जो 4 वर्षों के लिए अग्निवीर के तौर पर सेना में अपनी सेवाएं दे सकेंगे.
40 हजार रुपये तक मिलेगी सैलरी
इस योजना के तहत हर साल करीब 45 हजार युवाओं को सेना में शामिल किया जाएगा. ये भर्तियां मेरिट और मेडिकल टेस्ट के आधार पर की जाएंगी. चयनित युवाओं को चार साल के लिए सेना में सेवा देने का मौका मिलेगा. इन चार वर्षों में अग्निवीरों को 6 महीने की बेसिक मिलिट्री ट्रेनिंग दी जाएगी.
अग्निवीरों को 30 हजार से 40 हजार महीना सैलरी और अन्य फायदे दिए जाएंगे. इन दौरान अग्निवीर तीनों सेनाओं के स्थायी सैनिकों की तरह अवॉर्ड, मेडल और इंश्योरेंस कवर पाएंगे. 48 लाख रुपये का बीमा कवर मिलेगा.
अगर सेवा के दौरान शहीद या दिव्यांग हो गए, तो 44 लाख रुपये तक का मुआवजा दिया जाएगा. चार साल पूरे होने के बाद 25 फीसदी को फिर सेना में 15 साल और सेवा करने का मौका मिलेगा. चार साल बाद जो अग्निवीर बाहर होंगे उन्हें सेवा निधि पैकेज के तहत टैक्स फ्री करीब 12 लाख रुपये एकमुश्त मिलेंगे.
यूपी समेत इन राज्यों से बढ़ाए हाथ
- सवाल उठ रहे थे कि चार साल पूरे होने के बाद भले ही 25 फीसदी अग्निवीरों को स्थायी काडर में भर्ती कर लिया जाएगा लेकिन शेष 75 फीसदी युवाओं के पास चार साल बाद क्या विकल्प होगा. इस पर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा था कि मेबहुत से मंत्रालयों और राज्य सरकारों ने यह इच्छा व्यक्त की है कि उनके मंत्रालयों, कॉरपोरेशनों में अगर कोई भर्ती आती है जो उन्हें इसमें प्राथमिकता दी जाएगी.
- नई योजना ‘अग्निपथ’ को लेकर गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि गृह मंत्रालय ने इस योजना में 4 साल पूरा करने वाले अग्निवीरों को CAPFs और असम राइफल्स में भर्ती में प्राथमिकता देने का निर्णय लिया है.
- उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऐलान किया कि अग्निपथ योजना के तहत सेवा के चार साल बाद यूपी सरकार पुलिस और अन्य संबंधित सेवाओं में प्राथमिकता देगी.
- मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घोषणा की है कि भारतीय सेना में शॉर्ट टर्म एग्रीमेंट के आधार पर अग्निपथ योजना के तहत भर्ती किए गए जवानों को राज्य पुलिस की भर्ती में प्राथमिकता दी जाएगी.
- असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि जो लोग 4 साल बाद 'अग्निवीर' की जॉब से वापस आएंगे, उन्हें असम आरोग्य निधि पहल में प्राथमिकता दी जाएगी.