केंद्र सरकार की 'अग्निपथ योजना' पर जहां एक तरफ देशभर में विरोध हो रहा है. वहीं दूसरी ओर सरकार भी इस मसले पर झुकने को तैयार नहीं है. सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने शुक्रवार को कहा कि भर्ती प्रक्रिया जल्द शुरू होने जा रही है. अगले 2 दिनों के भीतर joinindianarmy.nic.in पर नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा. उसके बाद सेना भर्ती संगठन रजिस्ट्रेशन को लेकर कार्यक्रम घोषित करेगी. पांडे ने कहा कि 'अग्निवीर' दिसंबर (2022) से रेजिमेंटल केंद्रों में शामिल हो जाएंगे. और अगले साल के मध्य तक ऑपरेशनल और नॉन ऑपरेशनल में तैनाती की जाएगी.
दो साल से नहीं हुई भर्ती
बता दें कि COVID-19 की वजह से सेना की भर्ती दो साल से अधिक समय से रुकी हुई थी. 2019-2020 में सेना ने जवानों की भर्ती की और उसके बाद से कोई भर्ती नहीं की है. दूसरी ओर, भारतीय नौसेना और भारतीय वायु सेना दोनों ने पिछले दो वर्षों में भर्ती की थी.
हर तरफ विरोध
सेना में भर्ती के लिए केंद्र सरकार की 'अग्निपथ' योजना का हिंसक विरोध गुरुवार के बाद शुक्रवार को भी जारी रहा. पूरे बिहार में सैकड़ों युवाओं ने रेल और सड़क यातायात को बाधित किया, जबकि पुलिस ने उन्हें तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे.
बुधवार से शुरू हुआ प्रदर्शन
बुधवार को भी युवाओं ने योजना को लेकर मुजफ्फरपुर, बेगूसराय और बक्सर जिलों में विरोध प्रदर्शन किया था. जिससे सड़क और रेल यातायात बाधित हो गया. एक प्रदर्शनकारी ने कहा कि 'अग्निवीर' की भर्ती अगले 90 दिनों में शुरू होगी और पहला बैच जुलाई 2023 तक तैयार हो जाएगा. सरकार को चार साल बाद सेवा से बाहर होने पर अन्य नौकरियों में 'अग्निवर' को 20-30 प्रतिशत आरक्षण देना चाहिए.
नई सैन्य भर्ती योजना को विपक्ष के विरोध का सामना करना पड़ रहा है, केंद्र ने 'अग्निवीरों' की भर्ती के लिए ऊपरी आयु सीमा में बदलाव लाने का फैसला किया है. छूट देते हुए केंद्र ने 16 जून, 2022 को घोषणा की कि 'अग्निपथ' योजना के माध्यम से भर्ती के लिए 'अग्निवीर' की ऊपरी आयु सीमा 21 वर्ष से बढ़ाकर 23 वर्ष कर दी गई है.
रक्षा मंत्रालय ने मंगलवार को अपने बयान में कहा था कि 'अग्निपथ' योजना को सशस्त्र बलों के युवा प्रोफाइल को सक्षम करने के लिए डिजाइन किया गया है. यह उन युवाओं को अवसर देगा जो समाज से निकलकर सेना में आना चाहते हैं.