कोरोना संकट के बीच अहमदाबाद के साबरमती रिवरफ्रंट पर सी-प्लेन के लिए जेटी बनाने का काम शुरू कर दिया गया है. यहां से विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के लिए सी-प्लेन सर्विस शुरू की जाएगी. संभावना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 31 अक्टूबर को इसकी औपचारिक शुरुआत करें.
सी-प्लेन सर्विस के लिए अहमदाबाद के साबरमती रिवरफ्रंट पर ऐरोड्रम बनाया जाएगा, और वहीं पर नदी में जेटी बनाई जाएगी जिसके लिए काम शुरू हो गया है. जेटी के लिए खासतौर पर कंक्रीट का एक स्ट्रक्चर तैयार किया गया है, जो पानी में तैरता है.
इस जेटी को बना रहे मरीन टेक इंडिया कंपनी के एमडी गौतम दत्ता का कहना है कि फिलहाल अहमदाबाद के रिवरफ्रंट पर 24 मीटर लंबी और 9 मीटर चौड़ी फ्लोटिंग जेटी तैयार की गई है जो बाद में 48 मीटर तक लंबी कर दी जाएगी.
सी-प्लेन सर्विस के लिए रिवरफ्रंट पर ही एक एरोड्राम तैयार किया जाएगा. जिसे नदी में 3 मीटर तक के पानी लेवल में रखा जाएगा. सी-प्लेन के लिए जेटी का निर्माण अहमदाबाद के अंबेडकर ब्रिज के पास किया जाएगा.
31 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रीय एकता दिवस के मौके पर इसकी शुरुआत कर सकते हैं, माना जा रहा है कि खुद प्रधानमंत्री मोदी अहमदाबाद के साबरमती रिवरफ्रंट से स्टैच्यू ऑफ यूनिटी तक जाएंगे.
जेटी की खास बात
इस जेटी को बनाने वाली कंपनी मरीन टेक इंडिया के एमडी गौतम दत्ता के मुताबिक ये जेटी एक खास तरह की कंक्रीट से बनाई जाती है, जिसमें एक साथ 2,000 से भी ज्यादा लोग खड़े रह सकते हैं. साथ ही ये कंक्रीट की जेटी होने की वजह से इसकी लाइफ 50 साल तक रहती है. मेंटेनेंस की भी किसी तरह की जरूरत नहीं पड़ती है.
साथ ही इस जेटी की डिजाइन खास सी-प्लेन के लिए तैयार की गई है, जिसमें सी-प्लेन से जहां पैर रखकर बाहर आया जाता है उसी लेवल पर ये जेटी रहती है.
प्रति व्यक्ति किराया 4,800 रुपये
आपको साल 2017 का गुजरात विधानसभा चुनाव याद ही होगा, जब नरेंद्र मोदी सी प्लेन में बैठकर अहमदाबाद में साबरमती रिवरफ्रंट से उड़े थे. तभी सरकार ने इसे स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के साथ जोड़ने का फैसला कर लिया था.
स्पाइस जेट एयरलाइन को सी प्लेन उड़ाने की जिम्मेदारी दी गई है. 31 अक्टूबर से 19 सीटर सी प्लेन हर रोज 4 उड़ान भरेगा. इसका किराया 4,800 रुपये प्रति व्यक्ति रखा गया है.