फ्लाइट में सफर के दौरान अगर कोई यात्री बदसलूकी करे तो ऐसे समय में पायलट और क्रू मेंबर्स की जिम्मेदारी क्या होगी? इसे लेकर डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन यानी DGCA ने एक एडवाइजरी की है. DGCA ने ये एडवाइजरी जारी की है, क्योंकि हाल ही में एयर इंडिया की फ्लाइट में महिला यात्री पर पुरुष यात्री के पेशाब करने के दो मामले सामने आए हैं.
पहली घटना 26 नवंबर को न्यूयॉर्क से दिल्ली आ रही फ्लाइट में हुई थी थी, जबकि दूसरी 6 दिसंबर को पेरिस से दिल्ली आने वाली फ्लाइट में हुई थी. 26 नवंबर वाली घटना में पीड़ित महिला की शिकायत पर दिल्ली पुलिस ने आरोपी शंकर मिश्रा पर केस दर्ज कर लिया है. जबकि, 6 दिसंबर की घटना में कोई शिकायत नहीं की गई.
26 नवंबर वाली घटना पर पीड़ित महिला ने जो केस दर्ज कराया है, उसमें एयर इंडिया पर भी आरोप लगाए हैं. महिला ने दावा किया है कि वो यात्री शराब के नशे में उसके सामने ही पेशाब कर रहा था और इस बारे में क्रू मेंबर्स को बताने के बावजूद कोई एक्शन नहीं लिया गया. महिला ने दावा किया है कि क्रू मेंबर्स ने आरोपी व्यक्ति को उसके बगल में ही बैठा दिया था और वो रो-रोकर माफी मांग रहा था.
इस घटना को महीनेभर से ज्यादा बीत गए हैं, लेकिन एयर इंडिया ने इस बारे में डीजीसीए को जानकारी भी नहीं दी. मामले का खुलासा गुरुवार को तब हुआ जब महिला ने पुलिस में केस दर्ज करवाया. लिहाजा, अब डीजीसीए ने बकायदा एक एडवाइजरी जारी की है, जिसमें बताया है कि ऐसी घटना होने पर पायलट, क्रू मेंबर्स और डायरेक्टर इन फ्लाइट सर्विसेस (कैबिन सेफ्टी) की जिम्मेदारी क्या-क्या होगी?
पायलट की क्या जिम्मेदारी?
एयरक्राफ्ट रूल्स, 1937 के मुताबिक पायलट सिर्फ विमान के सुरक्षित संचालन और उड़ान के लिए ही जिम्मेदार नहीं है, बल्कि विमान में सवार यात्रियों और कार्गो की सुरक्षा और अनुशासन बनाए रखने के लिए भी जिम्मेदार है.
नियमों के तहत पायलट को किसी भी ऐसी स्थिति को जल्द से जल्द संभालना चाहिए और उस हिसाब से आगे की कार्रवाई के लिए एयरलाइन के सेंट्रल कंट्रोल को इसकी जानकारी देना चाहिए.
इतना ही नहीं, विमान के लैंड करते हुए एयरलाइन के अधिकारी एयरपोर्ट पर सुरक्षा एजेंसियों के सामने FIR दर्ज करवाएंगे और बदसलूकी करने वाले यात्री को सौंपेंगे.
क्रू मेंबर्स की क्या जिम्मेदारी?
अगर विमान में यात्रियों में बहस हो रही हो या कोई बदसलूकी कर रहा है और लिखकर या बोलकर सुलह नहीं हुई है तो ऐसे में अनियंत्रित यात्रियों को संभालने और गंभीर स्थिति को शांत करने की जिम्मेदारी क्रू मेंबर्स की है.
अगर सुलह नहीं हो पा रही हो तो रिस्ट्रेनिंग डिवाइस का इस्तेमाल किया जाना चाहिए. इसके अलावा इस तरह के बर्ताव के नतीजों के बारे में भी क्रू मेंबर्स को बताना होगा.
डायरेक्टर-इन-फ्लाइट सर्विसेस की क्या जिम्मेदारी?
नियमों के मुताबिक, ऐसी किसी भी घटना को रिपोर्ट करने की जिम्मेदारी नोडल ऑफिसर यानी डायरेक्टर-इन-फ्लाइट सर्विसेस की है.
एयर इंडिया की फ्लाइट में क्या हुआ था?
26 नवंबर को एयर इंडिया की जो फ्लाइट न्यूयॉर्क से दिल्ली आ रही थी, उसमें शराब के नशे में धुत एक यात्री ने महिला यात्री के सामने ही पेशाब कर रहा था.
FIR के मुताबिक, बिजनेस क्लास की सीट नंबर 8ए पर बैठा आरोपी बुजुर्ग महिला की सीट पर आया और उस पर पेशाब कर दिया. वो तब तक खड़ा रहा, जब तक महिला की बगल में बैठे शख्स ने उसे जाने को नहीं कहा.
महिला का दावा है कि वो चाहती थी कि उसे गिरफ्तार किया जाए, लेकिन क्रू मेंबर्स ने अचानक आरोपी को उसके सामने लाकर खड़ा कर दिया और जबरन एक-दूसरे के सामने बैठा दिया गया.
इस घटना के बाद 6 दिसंबर को भी पेरिस से दिल्ली आ रही एयर इंडिया फ्लाइट में ऐसी ही घटना हुई थी. तब शराब के नशे में एक पुरुष यात्री ने महिला यात्री के कंबल पर पेशाब कर दी थी. बाद में पुरुष यात्री ने लिखित में माफी मांग ली थी.