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एअर इंडिया: शंकर मिश्रा के आरोपों को क्लासिक्ल डांसर्स ने बताया झूठा- बोलीं एक बार घुंघुरू बांध लिए तो...

दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट मे शंकर मिश्रा की हिरासत मांगने की दिल्ली पुलिस की अर्जी पर शुक्रवार को सुनवाई हुई. 26 नवंबर को न्यूयॉर्क से दिल्ली आ रहे एअर इंडिया के विमान में शंकर मिश्रा ने एक बुजुर्ग महिला पर पेशाब कर दिया था. इस मामले के सामने आने के बाद सात जनवरी को मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया गया था.

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शंकर मिश्रा
शंकर मिश्रा

पिछले साल 26 नवंबर को न्यूयॉर्क से नई दिल्ली आ रहे एअर इंडिया के विमान में बुजुर्ग महिला पर पेशाब करने के आरोपी शंकर मिश्रा ने शुक्रवार को दावा किया कि महिला ने खुद ही पेशाब किया था. इतना ही नहीं मिश्रा के वकील ने अदालत को यह भी बताया था कि महिला 30 सालों से भारतनाट्यम कर रही थी और भारतनाट्यम डांसर्स में पेशाब संबंधी दिक्कतें होना आम हैं. लेकिन इस बयान पर अब क्लासिकल डांसर्स लामबंद हो गई हैं. 

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क्लासिकल डांसर्स ने शंकर मिश्रा के इस बयान को लेकर उन्हें फटकार लगाई है. उन्होंने इस बयान को खारिज करते हुए इसे अपमानजनक टिप्पणी बताया है. भारतनाट्यम डांसर रजनी महाराज ने आज तक को बताया कि भारत की सांस्कृतिक विरासत समृद्ध है और शास्त्रीय कलाकार लगातार उन्हें संजोकर रखते हैं. लेकिन मुझे यह समझ नहीं आ रहा कि लोग क्लासिकल डांसर्स के बारे में इस तरह की टिप्पणी कैसे कर सकते हैं? यह अपमानजनक है. डांसर्स अपने स्वास्थ्य को लेकर बहुत जागरूक होते हैं. वे नियमित तौर पर योग और एक्सरसाइज करते हैं.

उन्होंने कहा कि असल में डांसर्स का उनके शारीरिक सिस्टम पर बहुत अच्छा कंट्रोल होता है क्योंकि हम कई घंटों तक स्टेज पर डांस करते हैं. वास्तव में घुंघरू पहनने के बाद हम वॉशरूम तक का इस्तेमाल नहीं करते. ऐसे में कोई क्लासिकल डांसर्स के बारे में इतनी भद्दी बात कैसे बोल सकता है?

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रजनी ने कहा कि वकीलों को इस तरह की बयानबाजी नहीं करनी चाहिए क्योंकि इससे कानून एवं व्यवस्था में हमारा विश्वास खत्म हो जाएगा. मैं खुद एक कलाकार हूं और मैंने कभी ऐसी अजीब बातें नहीं सुनी. भारत की समृद्ध सांस्कृतिक पर यह बहुत ही भद्दा बयान है.

वहीं, एक लोकप्रिय कत्थक डांसर मयूख भट्टाचार्य ने भी रजनी की बातों से सहमति जताते हुए कहा कि यह बहुत ही आधारहीन टिप्पणी है. डांसर्स का अपने शरीर पर पूरा नियंत्रण होता है. हमें कॉस्टयूम पहनने पड़ते हैं, घुंघरू बांधने पड़ते हैं और उसके बाद हम वॉशरूम का भी इस्तेमाल नहीं कर सकते. महिला डांसर्स के मामले में यह और भी मुश्किल है. उनके (वकील) बयान से हम गुस्से में हैं. 

शंकर मिश्रा से पूछताछ के लिए उसकी कस्टडी मांगने की दिल्ली पुलिस की याचिका पर अदालत की ओर से जारी नोटिस पर मिश्रा के वकील ने यह जवाब दिया है. 

बता दें कि पटियाला हाउस कोर्ट मे शंकर मिश्रा की हिरासत मांगने की दिल्ली पुलिस की अर्जी पर शुक्रवार को सुनवाई हुई. एयर इंडिया की फ्लाइट में बुजुर्ग महिला पर पेशाब करने के आरोपी शंकर मिश्रा के खिलाफ दिल्ली पुलिस की याचिका पर सुनवाई के दौरान पुलिस ने कहा कि घटना के समय और उसके पहले के आचरण को देखना होगा. इसके बाद जांच के लिए पुलिस के बुलाने पर भी मिश्रा नहीं आया. वो कहां गया था? किससे मिला था? ये सब भी हमें जानना होगा. पुलिस ने कहा कि पूरी घटना की कड़ियां जोड़कर हमें पूरी घटना को स्टेब्लिश करना है.

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7 जनवरी को बेंगलुरु से अरेस्ट हुआ था आरोपी

पुलिस ने 7 जनवरी को बेंगलुरु से आरोपी शंकर मिश्रा को गिरफ्तार किया था. जानकारी के मुताबिक, घटना के 42 दिन बाद उसे गिरफ्तार किया जा सका था. मुंबई का रहने वाला शंकर लगातार फरार चल रहा था, जिसके बाद उसके खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी कर दिया गया था. बाद में पुलिस ने आरोपी के मोबाइल लोकेशन के आधार पर उसे अरेस्ट किया था.

महिला ने क्रू मेंबर की शिकायत भी की थी

महिला यात्री ने अपनी शिकायत में लिखा था, “मैं फ्लाइट AI102 पर अपनी बिजनेस क्लास यात्रा के दौरान हुई भयानक घटना के बारे में अपनी गहरी निराशा व्यक्त करने के लिए लिख रही हूं. यह मेरी अब तक की सबसे दर्दनाक उड़ान रही है. उड़ान के दौरान, दोपहर के भोजन के तुरंत बाद, लाइट बंद कर दी गई थी. जब मैं सोने की तैयारी कर रही थी, तभी नशे में धुत्त एक यात्री उनकी सीट पर आया और उसने पेशाब कर दी.

दूसरे यात्रियों ने उसे हटाने की कोशिश की फिर भी वह नहीं माना. उन्होंने एआई केबिन क्रू को इस घटना के प्रति असंवेदनशील बताया. उन्होंने कहा कि क्रू ने उन्हें केवल कपड़े बदलने के लिए बस एक जोड़ी पजामा और चप्पल दी, लेकिन हरकत करने वाले पुरुष यात्री के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई."

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एयर इंडिया को DGCA का कारण बताओ नोटिस

एयर इंडिया में महिला के साथ हुई बदसलूकी मामले में DGCA कड़ा रुख दिखा रहा है. जोर देकर कहा गया है कि एयरलाइन ने समय रहते कोई एक्शन नहीं लिया था और जब DGCA ने सवाल-जवाब किए, तब जाकर इस मामले की जानकारी दी गई. इसी वजह से DGCA ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है.

आपने अपना दायित्व ठीक तरह से नहीं निभाया है, लेकिन फिर भी न्यायिक प्रक्रिया को देखते हुए आपको जवाब देने के लिए दो हफ्ते का समय दिया जाएगा. उसके आधार पर ही आगे की कार्रवाई होगी.

(इनपुट: राया घोष)

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