एयर इंडिया का टाटा समूह को हैंडओवर आज पूरा हो गया है. ऐसे में कई लोग उस व्यक्ति के योगदान को याद कर रहे हैं जिसने देश में नागरिक उड्डयन की शुरुआत की. वो हैं जहांगीर रतनजी दादाभाई टाटा या जेआरडी टाटा. वह भारत के पहले लाइसेंस प्राप्त पायलट थे और 1932 में भारत की पहली वाणिज्यिक एयरलाइन टाटा एयरलाइंस के संस्थापक थे, 1946 में एयर इंडिया बन गई थी. जिस एयरलाइन की स्थापना जेआरडी टाटा ने की थी आज वह वापस उनकी कंपनी के ही पाले में है और कुछ ऐसे लोग भी हैं जो भारत में "नागरिक उड्डयन के जनक" को श्रद्धांजलि देना चाहते हैं.
ऐसे में वाणिज्यिक पायलटों के एक निकाय, फेडरेशन ऑफ इंडियन पायलट्स (एफआईपी) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा है जिसमें उन्होंने जेआरडी टाटा की पहली उड़ान की वर्षगांठ को राष्ट्रीय विमानन दिवस के रूप में घोषित करने और भारत के अगले प्रमुख हवाई अड्डे का नाम जेआरडी टाटा के नाम पर घोषित करने के लिए कहा है. पत्र में कहा गया है कि भारत के पास एक समृद्ध विमानन विरासत है और यह समय है कि वह अपना राष्ट्रीय विमानन दिवस मनाए.
एफआईपी के अध्यक्ष रिटायर्ड कैप्टन सुरिंदर मेहता लिखते हैं, "दिवंगत भारत रत्न एयर वाइस मार्शल जेआरडी टाटा को भारत में नागरिक उड्डयन का जनक माना जाता है क्योंकि उन्होंने 15 अक्टूबर 1932 में उनकी पहली उड़ान भरी थी जिसने हमारे देश में एयरमेल सेवाओं की शुरुआत की. इसलिए यह उचित होगा कि 15 अक्टूबर को भारत का राष्ट्रीय विमानन दिवस घोषित किया जाए." इस पत्र में संयुक्त राज्य अमेरिका का हवाला दिया गया है जो हर साल 19 अगस्त को राष्ट्रीय विमानन दिवस के रूप में मनाता है. 19 अगस्त ऑरविल राइट का जन्मदिन है, जो संचालित उड़ान को पूरा करने वाले पहले व्यक्ति हैं.
फेडरेशन ऑफ इंडियन पायलट्स को उम्मीद है कि इस साल 15 अक्टूबर को ही राष्ट्रीय उड्डयन दिवस घोषित किया जा सकता है, क्योंकि यह जेआरडी टाटा की पहली उड़ान की 90वीं वर्षगांठ होगी. पत्र में, कैप्टन मेहता ने यह भी कहा कि पूरी दुनिया में प्रसिद्ध एविएटर्स और अन्य विमानन अग्रदूतों के बाद हवाई अड्डों के नाम रखे जाना आम बात है. वह अगले प्रमुख हवाईअड्डे का नाम महान एविएटर, जेआरडी टाटा के नाम पर करने का अनुरोध करते हैं.